गुरु पूर्णिमा पर चित्रकूट में लाखों शिष्यों का जमावड़ा, मंदाकिनी स्नान कर लगाई कामदगिरि की परिक्रमा
- आश्रमों में पहुंच गुरुजनों का पूजन कर लिया आशीर्वाद
चित्रकूट,21 जुलाई (हि.स.)। भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट में गुरु पूर्णिमा पर भक्तों की भीड़ उमड़ी रही। देश के कोने-कोने से धर्मनगरी पहुंचे लाखों शिष्यों ने सुबह रामघाट पहुंच कर मंदाकिनी में आस्था की डुबकी लगाई और मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भगवान कामदनाथ के दर्शन कर परिक्रमा लगाई। इसके बाद मठ-मंदिरों में पहुंचकर गुरु पूजन कर आशीर्वाद लिया।
अखाडों-मंदिरों में गुरु पूजन के लिए शिष्यों की भीड़ जुटी रही। गुरु पूर्णिमा में एक दिन पहले ही दूरदराज से आने वाले शिष्यों का जमावड़ा लग गया था। मठ-मंदिरों व अखाडों में गुरु पूर्णिमा को लेकर पहले ही तैयारियां कर ली गई थी। रविवार को तड़के से ही रामघाट में मंदाकिनी स्नान के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी रही। श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी स्नान के लिए राजाधिराज मत्तगयेन्द्रनाथ सरकार में जलाभिषेक कर पूजन किया। इसके बाद मनोकामनाओं के पूरक भगवान श्री कामतानाथ सरकार के दरबार पहुंच दर्शन कर श्रद्धालुओं ने कामदगिरि पर्वत की पंचकोसीय परिक्रमा लगाई। मंदिर में इस कदर भीड़ रही कि श्रद्धालु एक-दूसरे के सहारे चल रहे थे। परिक्रमा मार्ग भी श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहा। वहीं दूसरी ओर तुलसी पीठ, कामदगिरि प्रमुख द्वार , भरत मंदिर रामघाट,दिगंबर अखाड़ा, पंपासुर आश्रम, कोटितीर्थ, सती अनुसुइया, रामायणी कुटी, धारकुंडी आश्रम आदि जगहों पर शिष्यों का जमावड़ा लगा हुआ है।
चित्रकूट के श्री तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरू रामभद्राचार्य महाराज,कामदगिरि पीठ के पीठाधीश्वर जगदगुरू स्वामी राम स्वरूपाचार्य जी महाराज,भरत मंदिर के महंत दिव्य जीवन दास महाराज,चित्रकूट के प्रमुख संत मदन गोपाल दास महाराज, भागवत पीठ के आचार्य नवलेश महाराज,गायत्री शक्ति पीठ के डॉक्टर राम नारायण त्रिपाठी आदि के दर्शन के लिए सुबह से ही शिष्यों का जमावड़ा लगा रहा।
कामदगिरि पीठ चित्रकूट के पीठाधीश्वर जगदगुरू रामस्वरूपाचार्य महाराज ने गुरु पूर्णिमा पर्व का महत्व बताते हुए कहा कि गुरु का स्थान भगवान से भी ऊपर है। गुरु के माध्यम से ही भगवान के दर्शन किए जा सकते हैं। भरत मंदिर रामघाट के महंत दिव्य जीवन दास महाराज ने बताया कि आदि काल से ही गुरु पूजन की परंपरा चली आ रही है। आज के दिन देश भर से लाखों शिष्य चित्रकूट पहुंचकर अपने गुरुजनों का पूजन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर जीवन को सफल बनाते हैं। चित्रकूट के प्रमुख संत मदन गोपाल दास महाराज और भागवत पीठ के आचार्य नवलेश महाराज ने बताया कि गुरु ही शिष्य को जीवन में सही रास्ता दिखाता है। बिना गुरु के मनुष्य का जीवन अधूरा है।
हिन्दुस्थान समाचार / रतन पटेल / राजेश
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