महाकुम्भ देश में सामाजिक समरसता का सबसे बड़ा उदाहरण : शांडिल्य महाराज
--राष्ट्र को परम वैभव पहुंचाने का लक्ष्य संघ के माध्यम से ही संभव : अशोक
--प्रयागराज के आनंदपुरम बस्ती में आयोजित हुआ विराट हिन्दू सम्मेलन
प्रयागराज, 24 दिसम्बर (हि.स.)। सकल हिन्दू समाज एवं आनंदपुरम बस्ती आयोजन समिति की ओर से बुधवार को आनंदपुरम कसारी मसारी चकिया में विराट हिन्दू सम्मेलन का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि श्रृंगवेरपुर पीठाधीश्वर श्री रामानुजाचार्य नारायणाचार्य शांडिल्य महाराज ने आज के समय में हिंदू एकता और समाज में जातिवाद पर कहा कि हिंदू धर्म में कोई जाति की छुआछूत नहीं है, यह जाति भेद अंग्रेजों ने हम हिन्दुस्तानियों को बांटने के लिए हमारे देश में बढ़ाया है। कहा हमारे प्रयागराज का कुम्भ देश में सामाजिक समरसता का सबसे बड़ा उदाहरण है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं क्षेत्र के कुटुम्ब प्रबोधन प्रमुख अशोक ने परिवारों में घटते हुए सामंजस्य और भाई भाई के प्रेम संबंधों के विषय में कहा कि छोटा होता परिवार कैसे समाज और देश को नष्ट कर रहा है। साथ ही देश की और अपनी तरक्की के लिए एक व्यक्ति के द्वारा किए जा सकने वाले प्रयासों पर भी अपना विषय रखा। उन्होंने कहा कि संघ के सौ वर्षों में की गई सेवा एवं संघ द्वारा हिंदुओं को संगठित कर राष्ट्र को परम वैभव पर पहुंचने का लक्ष्य संघ के माध्यम से ही संभव हो सकता है। संघ समाज के विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों के साथ साथ अपने शताब्दी वर्ष में पंच परिवर्तन का संकल्प लेकर समाज में पुनः विगत कार्यों की श्रेणी को आगे बढ़ाने का कार्य करता रहेगा।
कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन एवं मंगलाचरण और स्वस्तिवाचन से हुई। समापन पर सभी ने भारत माता की सामूहिक आरती की। इस दौरान मानस पाण्डेय और राकेश पाण्डेय ने संयुक्त रूप से स्वस्तिवाचन किया। गरिमा पाण्डेय ने सांस्कृतिक गीत तो नक्षत्र और अक्षत ने सरस्वती वंदना और पवन श्रीवास्तव, जगदीश प्रसाद ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य जगदीश प्रसाद मिश्रा, प्रवक्ता सुमन पाठक और लोक निर्माण विभाग से सेवानिवृत्त राजेंद्र प्रसाद ने संयुक्त रूप से हिन्दुओं को संगठित करने आह्वान किया।
संचालन अधिवक्ता अमित मिश्रा एवं धन्यवाद ज्ञापन मनीष द्विवेदी ने किया। कार्यक्रम में रवि प्रकाश श्रीवास्तव, रवि नाथ तिवारी, कमल देव पांडेय, अमित मिश्रा, रामानुज दुबे, विजय मिश्रा, विजय शंकर राय, अमित शुक्ला, आलोक त्रिपाठी, प्रमोद शर्मा, मनीष द्विवेदी, पवन श्रीवास्तव, नक्षत्र, अक्षत, जय प्रकाश, आदर्श, आशीष श्रीवास्तव, जगदीश प्रसाद आदि रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

