आईआईटी कानपुर में वैश्विक विशेषज्ञ 'मैग्नेटिज्म और स्पिनट्रॉनिक्स' पर देंगे व्याख्यान
— तीन दिवसीय अर्न्तराष्ट्रीय कार्यशाला में भाग लेने के लिए 20 अक्टूबर तक प्रस्तुत करें सार
कानपुर, 15 अक्टूबर (हि.स.)। मैग्नेटिज्म और स्पिनट्रॉनिक्स के क्षेत्र में अत्याधुनिक अनुसंधानों से शोधकर्ताओं को रुबरु कराने के लिए कानपुर आईआईटी तीन दिवसीय अन्तर-राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित करने जा रहा है। यह कार्यशाला दो दिसंबर से शुरु होगी जो चार दिसंबर तक चलेगी और यहां पर प्रसिद्ध वैश्विक विशेषज्ञ इस क्षेत्र की प्रगति पर व्याख्यान और ट्यूटोरियल देंगे। कार्यशाला में भाग लेने के लिए प्रतिभागियों को आवेदन के लिए 20 अक्टूबर तक सार प्रस्तुत करना है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर में भौतिकी विभाग, मैग्नेटिक सोसाइटी ऑफ इंडिया (एमएसआई) के सहयोग से 2 से 4 दिसंबर 2024 तक 'स्कूल ऑन मैग्नेटिज्म एंड स्पिनट्रॉनिक्स 2024' नामक तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला की मेजबानी करने जा रहा है। यह प्रतिष्ठित कार्यक्रम चुंबकत्व और स्पिनट्रॉनिक्स के क्षेत्र में अत्याधुनिक अनुसंधान और प्रगति पर व्याख्यान और ट्यूटोरियल देने के लिए प्रसिद्ध वैश्विक विशेषज्ञों को एक साथ लाएगा। इस कार्यशाला का उद्देश्य शुरुआती करियर वाले शोधकर्ताओं को लाभ पहुंचाना है और इसमें विभिन्न प्रकार के इंटरैक्टिव सत्र, चर्चाएं और व्यावहारिक गतिविधियां शामिल होंगी। इसका उद्देश्य प्रतिभागियों को बुनियादी अवधारणाओं और स्पिनट्रॉनिक्स और मैग्नेटिज्म के तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में नवीनतम विकास दोनों की गहन समझ प्रदान करना है।
20 अक्टूबर तक प्रस्तुत करें सार
प्रतिभागियों को आईआईटी कानपुर की अत्याधुनिक अनुसंधान सुविधाओं का भ्रमण करने और उन्हें जानने का अवसर भी मिलेगा, जिससे उन्हें इन क्षेत्रों में चल रहे अनुसंधान के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्राप्त होगी। इस तीन दिवसीय कार्यशाला में भागीदारी के लिए आवेदन वर्तमान में खुले हैं और इन्हें कार्यक्रम की आधिकारिक वेबसाइट: https://sites.google.com/view/mag-spin-2024 के माध्यम से जमा किया जा सकता है। इच्छुक आवेदक अपनी जगह सुनिश्चित करने के लिए शीघ्रता से आवेदन करें। पंजीकरण शुल्क में छात्रों और शोधार्थियों के लिए आवास शामिल है। अधिक जानकारी के लिए, कार्यशाला के अध्यक्ष, प्रो. रोहित मेदवाल, भौतिकी विभाग, आईआईटी कानपुर से mag.spin.2024@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है। सार प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर, 2024 है। मीडिया प्रभारी रुचा खेडेकर ने मंगलवार को बताया कि यह अनूठा अवसर उभरते शोधकर्ताओं के ज्ञान को आगे बढ़ाने तथा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चुंबकत्व और स्पिनट्रॉनिक्स के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने की पहल है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।