नेपाल देश से छोड़ा गया पानी, घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर
बाराबंकी, 09 जुलाई (हि.स.)। पड़ोसी देश नेपाल से छोड़े गये पानी की वजह से घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 49 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। एल्गिन ब्रिज पर जलस्तर मंगलवार को दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की औसत से बढ़ता हुआ पाया गया। तेजी से बढ़ रहे पानी से तराई क्षेत्र के लोग नया सुरक्षित स्थान तलाशने में जुट गये हैं।
घाघरा नदी के बढ़ते जलस्तर से जनपद बाराबंकी में रामनगर, रामसनेहीघाट, सिरौली, गौसपुर तहसीलों के कई गांवों में बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं। बहराइच जिले के कैसरगंज तहसील के भी कई गांव प्रभावित होंगे।
ग्राम पंचायत अहाता के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रंजन यादव ने बताया कि ग्राम पंचायत अहाता के बावली पूर्व जाने वाले संपर्क मार्ग का पुलिया के दोनों तरफ बढ़ के पानी से कट गयी है। इससे गांव का संपर्क कट गया। बाढ़ के पानी से खेत लबालब है और यह पानी अब गांव की ओर बढ़ रहा है। गांव के चारों तरफ पानी ही पानी दिख रहा है। इस वजह से लोग अब सुरक्षित स्थानों की तलाश में लग गए हैं।
मंगलवार दोपहर तक जिस गति से नदी का जलस्तर बढ़ रहा था उससे लग रहा है कि देर रात तक तराई के गांवों में घाघरा नदी का पानी पहुंच सकता है। तराईवासी सहमे हुए हैं। जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की सभी तैयारी कर रखी है।
रामनगर तहसील के उप जिलाधिकारी पवन कुमार ने बताया कि तहसीलदार लगातार तराई में बसे गांव में भ्रमण कर बाढ़ से बचाव की जानकारी दे रहे हैं। अपर जिला अधिकारी वित्त एवं राजस्व अरुण कुमार सिंह भी तराई के इलाकों में पहुंचकर लोगों से मिलकर बाढ़ आने पर उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दे रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / पंकज कुमार चतुवेर्दी / दीपक वरुण / दिलीप शुक्ला
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