गंगा की लहरों में उफान, चेतावनी बिंदु के समीप पहुंचा जलस्तर, जल पुलिस सतर्क
—गंगा आरती के स्थान में पांचवीं बार बदलाव करना पड़ा, गंगा सेवा निधि के छत पर हो रही आरती
वाराणसी, 07 अगस्त (हि.स.)। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से गंगा सहित सहायक नदियां भी उफान पर हैं। वाराणसी में गंगा की लहरें सात सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रही हैं। जलस्तर में बढ़ाव को देखते हुए गंगा में नावों के साथ क्रूज के संचालन पर भी रोक लगाई गई है।
केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार बुधवार सुबह आठ बजे गंगा का जलस्तर 68.2 मीटर दर्ज किया गया। गंगा में चेतावनी बिंदू 70.262 मीटर और खतरे का निशान 71.262 मीटर है। गंगा में बढ़ाव को देखते हुए मंगलवार की शाम गंगा आरती के स्थान में पांचवीं बार बदलाव करना पड़ा। गंगा सेवा निधि के छत पर गंगा आरती हो रही है। मोक्ष तीर्थ मणिकर्णिकाघाट और हरिश्चंद्रघाट पर शवदाह के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है। मणिकर्णिकाघाट पर उपरी प्लेटफार्म पर शवदाह हो रहा है। गंगा के सभी 84 घाटों के सम्पर्क मार्ग लहरों में डूब चुके है। गंगा में बढ़ाव से सहायक नदी वरुणा भी कॉरिडोर के मुहाने पर पहुंच चुकी है। वरुणा के तटवर्ती क्षेत्र में फिलहाल बाढ़ का पानी नहीं पहुंचा है। लेकिन गंगा में बाढ़ से वरुणा में पलट प्रवास से तटवर्ती क्षेत्र के लोगों की मुसीबत बढ़ सकती है। गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जल पुलिस ने पेट्रोलिंग बढ़ा दी है। जिला प्रशासन ने भी बाढ़ से निपटने के लिए तैयारी की है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी / दिलीप शुक्ला
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