सेना के शौर्य को समर्पित गंगा आरती: 1001 दीपों से लिखा गया 'जय हिंद'

WhatsApp Channel Join Now
सेना के शौर्य को समर्पित गंगा आरती: 1001 दीपों से लिखा गया 'जय हिंद'


सेना के शौर्य को समर्पित गंगा आरती: 1001 दीपों से लिखा गया 'जय हिंद'


वाराणसी, 15 मई (हि.स.)। काशी की विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती गुरूवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता और भारतीय सेना के वीर जवानों के अदम्य साहस को समर्पित रही। गंगा सेवा निधि द्वारा आयोजित इस आरती में श्रद्धालुओं ने हाथों में तिरंगा लेकर मां गंगा का स्मरण किया और वीर सपूतों के लिए दीर्घायु की कामना की।

इस भव्य आरती में 1001 दीपों से 'जय हिंद' लिखा गया, जो घाट पर उपस्थित जनसमूह के लिए गर्व का क्षण बना। दीपों की रौशनी में नहाया घाट राष्ट्रभक्ति की भावना से गूंज उठा। दीपों से जय हिंद लिख भारतीय सेना की बहादुरी को सलाम किया गया। गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष में भारतीय सेना की निर्णायक विजय ने सम्पूर्ण देशवासियों का सिर गर्व से ऊँचा कर दिया है। काशी में आए हर श्रद्धालु इस विजय से प्रेरित होकर राष्ट्रप्रेम में डूबा दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा, हम सब यह प्रार्थना करते हैं कि हमारी सेना यूं ही अपने शौर्य से दुश्मनों को करारा जवाब देती रहे। इस अवसर पर गंगा सेवा निधि के कोषाध्यक्ष आशीष तिवारी, सचिव हनुमान यादव सहित अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

Share this story