21 दिसम्बर से घर-घर खोजे जाएंगे कुष्ठ रोगी
कुष्ठ रोग के लक्षण नजर आएं तो तत्काल कराएं जांच : सीएमओ
- समय से नियमित उपचार लेने पर ठीक हो जाता है रोगी
गाजियाबाद,14 दिसम्बर(हि.स.)। राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत 21 दिसम्बर से चार जनवरी तक सघन कुष्ठ रोगी खोज अभियान चलाया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग कर कुष्ठ रोगियों की पहचान करेंगी। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग लाइलाज बीमारी नहीं है। मल्टी ड्रग थेरेपी (एमडीटी) से यह पूर्णतया ठीक हो जाती है, लेकिन लापरवाही बरतने से दिव्यांगता का खतरा हो सकता है। इसलिये समय पर उपचार जरूर कराएं।
सीएमओ डा.शंखधर ने कहा कि समाज में अब भी यह भ्रांति है कि कुष्ठ रोग आनुवंशिक,अनैतिक आचरण, पूर्व जन्म के पाप कर्म का फल है। ऐसा कुछ नहीं है,और न ही यह छुआछूत वाली बीमारी है। यह रोग माइक्रो बैक्टीरियम लेप्री के कारण होता है और मुख्यत: त्वचा की ऊपरी झिल्ली, तंत्रिका तंत्र,आंखों एवं शरीर के कुछ अन्य भागों को प्रभावित करता है। रोगी के शरीर पर हल्के रंग के चकत्ते होना इसके प्रारंभिक लक्षण हैं, जिसमें सुन्नपन होता है। चकत्ते वाले भाग पर ठंडा गर्म महसूस नहीं होता है। कुष्ठ रोग मल्टी ड्रग थेरेपी (एमडीटी) से ठीक हो जाता है। उन्होंने कहा कुष्ठ रोगी को उपचार के दौरान किसी भी हालत में दवा बंद नहीं करनी चाहिए। दवा का रोजाना सेवन जरूरी है।
कुष्ठ रोग के लक्षण
• त्वचा के रंग में कोई भी परिवर्तन (त्वचा पर लाल रंग या फीके रंग का धब्बा) साथ ही उसमें पूर्ण रूप से सुन्नपन अथवा सुन्नपन का अहसास होना।
• चमकीली व तैलीय त्वचा होना।
• कर्ण पल्लव का मोटा होना, कर्ण पल्लव पर गांठ व त्वचा पर गांठ होना।
• नेत्रों को बंद करने में दिक्कत या उससे पानी आना।
• भौहों के बालों का झड़ना या खत्म होना।
• हाथों में दर्द रहित घाव अथवा हथेली पर छाले होना।
• कमीज या जैकेट के बटन बन्द करने में असमर्थ होना।
• हाथ या पैर की उंगलियां मुड़ना
• फूट ड्रॉप अथवा चलते समय पर पैरों का घिसटना।
हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली
/राजेश
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