पूर्वांचल में पहली बार हाेगा एआईएमएलटीए का राष्ट्रीय स्तर का आयाेजन, विकसित भारत 2047 के स्वास्थ्य विज़न को मिलेगा नया आयाम
गोरखपुर, 17 दिसंबर (हि.स.)। पूर्वांचल के लिए यह क्षण गौरव और उपलब्धि से भरा होने जा रहा है। ऑल इंडिया मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजिस्ट्स एसोसिएशन (AIMLTA) द्वारा आयोजित AIMLTACON-2025 का राष्ट्रीय स्तर का भव्य आयोजन पहली बार गोरखपुर में किया जा रहा है। यह 44वां ऑल इंडिया कॉन्फ्रेंस एंड साइंटिफिक सेमिनार आगामी 19, 20 एवं 21 दिसंबर 2025 को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय (MGUG) के भव्य ऑडिटोरियम में संपन्न होगा। इस आयोजन को लेकर स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा जगत में खासा उत्साह देखा जा रहा है।
आयोजन समिति के अनुसार, AIMLTACON केवल एक सम्मेलन नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विज्ञान के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा। इस मंच पर देश-विदेश से पधारे वैज्ञानिक, मेडिकल प्रोफेशनल्स, रिसर्च स्कॉलर्स और स्वास्थ्य विशेषज्ञ आधुनिक चिकित्सा विज्ञान, मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, रिसर्च और इनोवेशन से जुड़े नवीनतम शोध और अनुभव साझा करेंगे।
कार्यक्रम के आयोजन अध्यक्ष रंजीत कुमार गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रतिष्ठित सम्मेलन में प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन की प्रबल संभावना है। साथ ही राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री, नीति-निर्माता एवं देश के प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों से जुड़े विशेषज्ञों की सहभागिता भी प्रस्तावित है, जिससे सम्मेलन की गरिमा और अधिक बढ़ेगी।
सम्मेलन के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डेटा मैनेजमेंट, जेनेटिक्स, एडवांस डायग्नोस्टिक्स एवं आधुनिक लैब तकनीकों पर विशेष वैज्ञानिक सत्र आयोजित किए जाएंगे। इन सत्रों का उद्देश्य मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी को और अधिक सशक्त बनाना तथा स्वास्थ्य सेवाओं को वैज्ञानिक दृष्टि से और बेहतर करना है।
आयोजन समिति से जुड़े वरिष्ठ सलाहकारों ने बताया कि AIMLTACON-2025 को सफल बनाने के लिए 12 से अधिक समितियों का गठन किया गया है। इनमें आयोजन, स्वागत, वैज्ञानिक, मीडिया, हॉस्पिटैलिटी, प्रोटोकॉल और लॉजिस्टिक्स जैसी प्रमुख जिम्मेदारियां शामिल हैं। सभी समितियां आपसी समन्वय और प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही हैं।
इस राष्ट्रीय सम्मेलन का केंद्रीय उद्देश्य “विकसित भारत 2047” के संकल्प को मजबूती प्रदान करना है। मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी को स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ के रूप में स्थापित करने की दिशा में AIMLTACON-2025 एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
आयोजकों का कहना है कि यह सम्मेलन न केवल गोरखपुर को राष्ट्रीय स्वास्थ्य विमर्श के मानचित्र पर एक नई पहचान दिलाएगा, बल्कि पूर्वांचल को मेडिकल रिसर्च और अकादमिक उत्कृष्टता के एक सशक्त केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी यह आयोजन एक निर्णायक कदम साबित होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय

