निन्दा से किसी भी व्यक्ति में कोई सुधार नहीं होता : दिनेश सिंह

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निन्दा से किसी भी व्यक्ति में कोई सुधार नहीं होता : दिनेश सिंह


प्रयागराज, 26 अक्टूबर (हि.स.)। लोगों से काम कराने के लिए किसी व्यक्ति की चाटुकारिता की जगह दिल से सच्ची तारीफ कर कार्य कराएं। कर्म तो हमारी मूल इच्छा से पैदा होता है इसलिए जिस व्यक्ति से कार्य कराना हो उसके मन में कार्य करने की इच्छा कैसे जागृत की जाये इस पर विचार करना होगा और यह तभी सम्भव होगा जब हम अपने सामने वाले का दृष्टिकोण और उसकी मानसिकता को समझ पाने में सक्षम होंगे। प्रायः यह देखा गया है कि किसी भी व्यक्ति की निन्दा करने से उसके कार्य में सुधार नहीं होता है।

यह बातें सीमैट के निदेशक दिनेश सिंह ने गुरूवार को जिला समन्वयकों के प्रशिक्षण के तृतीय चक्र का शुभारम्भ करते हुए कही। राज्य शैक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट), उप्र, प्रयागराज में जिला समन्वयक (समेकित शिक्षा) व जिला समन्वयक (बालिका शिक्षा) को संयुक्त रूप से सम्बोधित करते हुये निदेशक ने कहा कि आप और हम सभी परिचित हैं कि व्यक्ति की प्रबल इच्छा होती है कि उसके द्वारा किए गये कार्य की लोग प्रशंसा करें। उन्होंने यह भी कहा कि जिला समन्वयकों के मुख्यतः तीन दायित्व हैं। प्रथम-दूसरे की निन्दा से बचें, द्वितीय-किसी भी कार्य की शुरूआत प्रशंसा से करें एवं तीसरा यह कि सिर्फ अपने हित की बात न सोचें। अन्त में उन्होंने कहा कि इस पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य आपके अन्दर कौशल विकास, क्षमता संवर्द्धन एवं व्यक्तित्व का निखार करना हैं।

राज्य परियोजना कार्यालय, लखनऊ के आनन्द शुक्ला ने कहा कि प्रारम्भिक शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए परियोजना कार्यालय से निरन्तर अनुश्रवण एवं निरीक्षण का कार्य किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से आपके अन्दर क्षमता संवर्द्धन करने का प्रयास किया जायेगा ताकि आप फील्ड में अपने कार्य को बेहतर ढंग से कर सकें।

कार्यक्रम समन्वयक प्रभात कुमार मिश्र, प्रशिक्षण अधिकारी सीमैट ने पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम पर चर्चा करते हुये कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आपको मुख्य रूप से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं नवीन पाठ्यचर्या में निहित जिला समन्वयकों से सम्बंधित विभिन्न कार्य एवं दायित्व पर चर्चा होगी तथा कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के विभिन्न पहलुओं से भी अवगत कराया जायेगा। इसके अतिरिक्त निपुण लक्ष्य, विभिन्न पोर्टल, कार्यालय प्रबन्धन एवं दस्तावेजीकरण तथा वित्त सम्बंधी जेम पोर्टल, पी.एफ.एम.एस आदि पर भी जानकारी दी जायेगी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम (26-30 अक्टूबर) में प्रदेश के समस्त जनपदों के कुल 95 जिला समन्वयक प्रतिभाग कर रहे है। इस अवसर पर बी.आर आबिदी, डॉ. अरविन्द कुमार श्रीवास्तव एवं विप्लव प्रताप सिंह आदि उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/पदुम नारायण

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