प्रयागराज में पांचवा पुस्तक मेला ‘विकसित भारत-विकसित प्रदेश’ की थीम पर 18 से सजेगा

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प्रयागराज में पांचवा पुस्तक मेला ‘विकसित भारत-विकसित प्रदेश’ की थीम पर 18 से सजेगा


प्रयागराज, 11 दिसम्बर (हि.स.)। पुस्तक प्रेमियों का बहुप्रतीक्षित प्रयागराज पुस्तक मेला इस वर्ष नए आयामों, आकर्षक साहित्यिक कार्यक्रमों और विस्तारित सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ एजुकेशनल हब कटरा स्थित द पाम्स रिसोर्ट, रॉयल गार्डन में 18 दिसम्बर से आरम्भ होगा। यह मेला अब प्रयागराज की सांस्कृतिक, बौद्धिक एवं साहित्यिक परम्परा का एक प्रमुख आयोजन बन चुका है।

उक्त जानकारी कार्यक्रम संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने गुरूवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि मेले का उद्घाटन 18 दिसम्बर शाम 5 बजे इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सिद्धार्थ नंदन द्वारा किया जाएगा। फ़ोर्सवन बुक्स और बुकवाला द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस मेले में देश भर के प्रतिष्ठित प्रकाशन संस्थानों, वितरकों तथा विविध सामाजिक एवं साहित्यिक संगठनों की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित की गई है।

सह आयोजक मनीष गर्ग ने कहा कि 11 दिवसीय मेले में राजकमल प्रकाशन, लोकभारती प्रकाशन, वाणी प्रकाशन, राजपाल एण्ड संस, भारतीय ज्ञानपीठ, सस्ता साहित्य मण्डल, प्रकाशन विभाग भारत सरकार, साहित्य भंडार, प्रकाशन संस्थान, अनबॉउंड स्क्रिप्ट, बुकवाला, सम्यक प्रकाशन, हिन्द युग्म, दिव्यांश प्रकाशन, शिल्पायन, गर्ग ब्रदर्स, ए.के. इंटरप्राइजेज, दिक्षा स्टेशनरी, दिनकर पुस्तकालय, योगदा के साथ-साथ उदबोधन पब्लिकेशन, रितेश बुक एजेंसी, अदित्रि बुक एजेंसी, बीइंग बुकिश, किताब पढ़ो एवं रामकृष्ण मठ, कोलकाता, श्री कबीर ज्ञान प्रकाशन केंद्र, गिरिडीह अपनी पुस्तकों के समृद्ध संग्रह के साथ सहभागी होंगे। बच्चों और किशोरों के लिए इस वर्ष विशेष आकर्षण नवनीत प्रकाशन और देश की लोकप्रिय अमर चित्र कथा होंगी, जो बाल साहित्य, चित्रकथाओं एवं ज्ञानवर्धक पुस्तकों का विस्तृत संकलन प्रस्तुत करेंगी।

मेले के निदेशक आकर्ष चंदेल ने बताया कि इस वर्ष की थीम “विजन 2047 : विकसित भारत-विकसित प्रदेश” रखी गई है। जिसका उद्देश्य भारत की स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष तक प्रदेश में सर्वसुलभ ज्ञान, शिक्षा और साक्षरता को बढ़ावा देना है। मेला 18 से 28 दिसम्बर तक आयोजित होगा तथा प्रवेश निःशुल्क रहेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

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