कन्या भ्रूण हत्या करना सबसे बड़ा पाप : साध्वी गीताम्बा तीर्थ
वाराणसी,03 अप्रैल (हि.स.)। देवी उपासिका साध्वी गीताम्बा तीर्थ ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या करना सबसे बड़ा पाप है, लोग बेटा के लिए कन्या भ्रूण हत्या करते हैं और नवरात्रि में कन्या को खिलाने के लिए घर-घर बेटी को ढूंढते हैं। साध्वी डाफी स्थित एक वाटिका में चल रहे देवी भागवत कथा के छठवें दिन बुधवार को कथा का अमृतपान करा रहीं थी।
उन्होंने कहा कि विद्या की देवी सरस्वती है, धन की देवी लक्ष्मी है और शक्ति की देवी काली है और तीनों ही महिला स्वरूप है । यह सब जानते हुए भी हम कोख में पलने वाली कन्या की हत्या कर देते हैं। और कहते हैं कि हम मां को पूजते हैं यह कैसी पूजा है । उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या करने वालों का कोई पूजा मां स्वीकार नहीं करती। वह आदिशक्ति है और जो कन्या भ्रूण हत्या करता है, आदिशक्ति मां उसके घर कभी नहीं जाती। कथा के अंत में पोथी की आरती कर भक्तों में प्रसाद वितरित किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/बृजनंदन
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