जीडीए बिना सहमति के अनिवार्य भूमि अर्जन लागू नहीं कर सकती : कुंवर प्रताप सिंह
गोरखपुर, 16 अक्टूबर (हि.स.)। तहसील चौरीचौरा क्षेत्र के तकिया मेदनीपुर, माडापार, कोनी, जगदीशपुर आराजी बसडीला आराजी मतौनी, बहरामपुर समेत अन्य कई गांव के काश्तकार किसान ग्राम तकिया में काली मंदिर के समीप बुधवार को पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुंवर प्रताप सिंह के नेतृत्व में चौपाल लगाया गया।
चौपाल में कुंवर प्रताप सिंह ने कहा कि जीडीए के द्वारा अनिवार्य भूमि अर्जन जो किसानों के ऊपर थोपा गया हुआ गलत है। सरकार अनिवार्य भूमि अर्जन फोरलेन, उद्योग फैक्ट्री या जनहित से संबंधित कोई योजना लाती है तो अनिवार्य अर्जन लगाया जाता है। यहां तो किसानों से सस्ते में जमीन लेकर बड़े-बड़े कंपनियों को दे दिया जाएगा। यह कंपनी किसानों को जमीन बेचकर मोटी रकम कमाएगी।
इस दौरान किसान सत्येंद्र निषाद, संतोष गुप्ता, मदन विश्वकर्मा, अरविंद निषाद, रामगोविंद निषाद, अशोक जायसवाल, रामगति यादव, रिंकू निषाद इत्यादि बताया कि हम लोगों का जमीन जीविका व रोजी रोटी के साधन है। जीडीए यहां से वापस नहीं जाती है तो किसान शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। चौपाल में वीरेंद्र जायसवाल, हरिलाल पासवान, रंजीत सिंह, विमलेश गुप्ता, माकर निषाद ग्राम प्रधान, सुनील मौर्या, राजेश कन्नौजिया प्रधान प्रतिनिधि, रामानुज जायसवाल, गुड्डू यादव, समेत सैकड़ों काश्तकार उपस्थित रहे ।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय
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