तिलहन और दलहन की बिक्री के लिए आन लाइन पंजीकरण कराएं किसान
लखनऊ, 29 अक्टूबर (हि.स.)। प्रदेश सरकार ने खरीफ की तिलहन और दलहन की खरीद शुरू कर दी है। 25 अक्टूबर से सरकारी क्रय केंद्रों पर शुरू हुई खरीद 24 जनवरी तक चलेगी। इसके लिए कृषि विभाग ने किसानों से क्रय केंद्रों पर आन लाइन पंजीकरण कराने का आग्रह किया है। इसके साथ ही कहा है कि क्रय किये गये तिलहन अथवा दलहन का भुगतान तीन कार्य दिवस के भीतर हो जाएगा।
दलहन (मूंग व उड़द) तथा तिलहन (मूंगफली व तिल) उत्पादक जनपदों में पीसीएफ, पीसीयू द्वारा संचालित क्रय केंद्रों से यह खरीद होगी। कृषि विभाग के अनुसार भुगतान के लिए किसानों का बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए। पंजीकरण के समय किसानों को आधार कार्ड के साथ मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। किसानों का ध्यान देना होगा कि पंजीकरण उसी मोबाइल नंबर से कराना होगा, जो आधार व बैंक से लिंक्ड होगा। साथ ही आधार और बैंक पासबुक में नाम, पिता का नाम व मोबाइल नंबर भी समान हो। ऐसा होने से पारदर्शिता से निश्चित समय के अंदर योगी सरकार किसानों को भुगतान करेगी।
झांसी, महोबा समेत कई ऐसे जिले दलहन (मूंग व उड़द) तथा तिलहन (मूंगफली व तिल) फसलों के उत्पादक हैं, जबकि कई जिलों में अलग-अलग इनकी खेती होती है। झांसी, उन्नाव, महोबा मूंग-उड़द, तिल और मूंगफली उत्पादक जिले हैं। बांदा, हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर व रायबरेली उड़द, तिल व मूंगफली तीनों के उत्पादक हैं। इसके अलावा कहीं मूंग तो कहीं मूंगफली की उत्पादकता अधिक है।
दलहन-तिलहन के लिए सरकार ने सबसे अधिक उड़द की खरीद का लक्ष्य तय किया है। इसके बाद यह क्रम मूंगफली, तिल व मूंग का है। इसके साथ ही इन फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की जानकारी भी किसानों को उपलब्ध कराई जा चुकी है। अब समयबद्ध तरीके से इसे आगे बढ़ाया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र/मोहित
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