मसालों के साथ सहफसली खेती करने से किसानों को होगा अधिक लाभ : डा. राम बटुक सिंह
कानपुर, 22 फरवरी (हि.स.)। वैज्ञानिक विधि से मसालों के साथ सहफसली खेती करके किसान अधिक लाभ कमा सकते हैं। यह जानकारी गुरुवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के सब्जी अनुभाग द्वारा ग्राम केसीपुर,रसूलाबाद में आयोजित एक दिवसीय मसाला उत्पादन कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम में सब्जी अनुभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.राम बटुक ने दी।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में लगातार मसाला फसलों के उत्पादन और क्षेत्रफल में वृद्धि हो रही है। किसानों को विश्वविद्यालय द्वारा विकसित नवीन प्रजातियों एवं कृषि तकनीकों के बारे में विस्तार से जानकारी मुहैया कराया जा रहा है।
कार्यक्रम में डॉ. राजीव ने किसानों से अपील की कि वे वैज्ञानिकों द्वारा बताई गई कृषि तकनीकों को अवश्य अपनाएं। जिससे वे स्वावलबी हो कर आत्मनिर्भर बने। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ.अरुण कुमार सिंह ने विस्तार से कृषि विज्ञान केंद्र की उपलब्धियों की जानकारी दी। विभाग के डॉ. संजीव कुमार सचान ने लहसुन एवं प्याज की खेती की वैज्ञानिक विधियां बताई।
उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक क्षेत्रफल में प्याज एवं लहसुन की खेती करें। मसालों के साथ सहफसली खेती की तकनीकों पर प्रकाश डाला और कहा कि सह फसली खेती से किसानों को अधिक मुनाफा होगा। इस अवसर पर वैज्ञानिक डॉ अजय कुमार यादव सहित काफी संख्या में कृषक उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/बृजनंदन
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