संकट मोचन शताब्दी वर्ष संगीत समारोह में ड्रमर शिवमणि और यू राजेश नेसमां बांधा
—कलाकारों के ताल का जादू बिखरते ही दरबार का कोना-कोना सुर लहरियों से झंकृत हो उठा
—दरबार में पंजाबी गायक जसबीर के एक गाने पर स्वामी जितेन्द्रानंद ने किया एतराज
वाराणसी,11 अप्रैल (हि.स.)। सात दिवसीय श्री संकट मोचन शताब्दी वर्ष संगीत समारोह के दूसरी निशा में मंगलवार शाम मशहूर ड्रमर शिवमणि और यू राजेश ने ड्रम और मैंडोलिन की सधी संगत और मनमोहक प्रस्तुति से हनुमान दरबार में हाजिरी लगाई। कलाकारों के ताल का जादू बिखरते ही दरबार का कोना-कोना सुर लहरियों से झंकृत हो उठा। परिसर तालियों की गड़गड़ाहट, हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज उठा। संगीत के रसिया कलाकारों के जादू के सम्मोहन में हाथों के साथ पैरों से थाप देते रहे।
पद्मश्री ड्रमर शिवमणि और पद्मश्री मेंडोलिन वादक यू. राजेश की जुगलबंदी सुनने के लिए श्रोताओं ने एक घंटे पहले ही अपनी जगह छेंक ली थी। दूसरी निशा में ही चेन्नई की श्रीमती शीशा शशांक की भरत नाट्यम,अरमान खान का गायन,यशवंत वैष्णव का तबला वादन,उस्ताद तलत अजीज का गजल सहित आठ कलाकारों और सहयोगियों की प्रस्तुति होगी। उधर, संगीत समारोह के पहली निशा में पंजाबी गायक जसबीर सिंह जस्सी के गानों पर विरोध शुरू हो गया है। जस्सी ने दिल ले गई कुड़ी गुजरात दी और कोका कोका जैसे गीत गाया । इस गाने पर अखिल भाारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने विरोध दर्ज कराया है।
उन्होंने कहा कि श्री संकट मोचन मंदिर में 'दिल ले गई कुड़ी गुजरात दी' और 'कोका-कोका' जैसे फूहड़ गानों का प्रदर्शन स्वीकार नहीं है। जितेन्द्रानंद ने अपना बयान वीडियो के जरिये जारी कर कहा कि इससे पहले गुलाम अली आए थे और ' थोड़ी-थोड़ी पिया करो गाया था', काफी विरोध हुआ। मंदिर में पूर्व के महंतों ने किसी भी फिल्मी कैरेक्टर को इस महान मंच पर जगह नहीं दी।
पूर्व महंत पंडित वीर भद्र मिश्र ने तो सुप्रसिद्ध शास्त्रीय और फिल्म पार्श्वगायिका कविता कृष्णमूर्ति को 5 मिनट के लिए भी गाने का मौका नहीं दिया था। वह दर्शक दीर्घा में ही बैठी रह गईं थीं।
उधर, पंजाबी कलाकार जसबीर ने अपनी प्रस्तुति के बीच फोक गाने के बाद बुल्ले शाह की रचनाओं पर कई गीत गाए। जस्सी ने बेलौस अंदाज में कहा कि मेरी औकात नहीं थी कि मैं इस मंच पर गाऊं। इतने महान कलाकारों के सामने परफॉर्म करना बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य है। इस दौरान उन्होंने मंच से ही संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभर नाथ मिश्रा से अनुमति ली। उन्होंने कहा कि मेरे इन गानों में न तो अश्लीलता है और न ही कोई नशे की बात है। बजरंग बली के दरबार में सब कुछ चलता है।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर

