फर्जी सिपाही और टीएसआई ने अधिवक्ता से की वसूली
कानपुर, 12 मार्च (हि.स.)। शहर में फर्जी सिपाही और टीएसआई बनकर गैंग संचालित है, जो यातायात नियमों की अवहेलना पर लोगों से वसूली कर रहा है। वसूली का शिकार एक अधिवक्ता भी हुआ और जब उसने साथियों से बात बताई तो पता चला कि कई लोगों के साथ हुआ है। अधिवक्ताओं ने छानबीन कर एक फर्जी सिपाही और टीएसआई का पता लगा लिया और मंगलवार को पुलिस आयुक्त अखिल कुमार से शिकायत की।
पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचकर पीड़ित अधिवक्ता अंकित यादव ने बताया कि वे थाना चकेरी अन्तर्गत श्याम नगर बाईपास के पास से अपनी कार से दही लेने जा रहे थे। सीट बेल्ट न लगाए होने के कारण एक हेड कांस्टेबल ने उनको रोक लिया और पैसे की मांग की। इतने में ही ट्राफिक की गाड़ी से एक युवक आया जो अपने को टीएसआई बता रहा था और रौब गांठना शुरु कर दिया।
अधिवक्ता ने रुपया नकद होने का हवाला दिया तो टीएसआई ने ऑनलाइन पेमेंट की बात कह दी। इस पर अधिवक्ता ने पांच सौ रुपया ऑनलाइन पेमेंट कर दिया। पीड़ित अधिवक्ता ने बताया कि जब उन्होंने इस घटना की बात अपने मित्रों से करी तो पता चला कि जो हेड कांस्टेबल बना था उसका नाम शिवम शुक्ला है जो होमगार्ड है। टीएसआई जो बना था उसका नाम राजीव दीक्षित है और वह हेड कांस्टेबल है। दोनों लोग पहले भी ऐसे मामलों में जेल जा चुके हैं। अधिवक्ताओं ने फर्जी सिपाही और टीएसआई के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश
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