ईवीएम पर सवाल उठाने वाले वही लोग हैं जो कभी बैलेट लूटा करते थे : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ, 27 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ईवीएम पर सवाल उठाने पर कांग्रेस ओर इंडी गठबंधन पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि ये वही लोग हैं जो बैलेट लूटने का काम करते थे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में पुख्ता हार को देख कांग्रेस के लोग ईवीएम पर दोषारोपण कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी शनिवार को अपने सरकारी आवास पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने गोमांस मुद्दे पर भी कांग्रेस और इंडी गठबंधन को निशाने पर लिया।
मुख्यमंत्री योगी ने पूछा कि वो अपने घोषणापत्र में लिख रहे हैं अल्पसंख्यकों को उनकी पसंद के खान-पान का अधिकारी दिया जाएगा। आखिर अल्पसंख्यकों का ऐसा कौन सा खान-पान है जो शेष समुदाय से अलग है। मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर इंडी गठबंधन के अन्य सहयोगियों की चुप्पी पर भी सवाल उठाए हैं।
...तब क्या बैलेट से चुनाव हुए थे ?
मुख्यमंत्री ने ईवीएम मुद्दे पर कहा है कि इंडी गठबंधन जब भी हार रहा होता है, तो अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर डालने का प्रयास करता है। 2014 से लगातार हम सब इस बात को सुन रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों से पूछा कि गत वर्ष हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में क्या बैलेट पेपर से सरकार बनी थी, 2004 में यूपीए की सरकार और 2018 में राजस्थान, मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की तथा दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार क्या बैलेट पेपर से बनी थी?
...ये लोग अपनी हार को पुख्ता कर रहे हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग ईवीएम को नकार रहे हैं ये वही हैं जो बैलेट बॉक्स लूटने का काम करते थे। अगर आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव की सुचिता को सुनिश्चित किया है तो ये लोग अपना गुस्सा ईवीएम पर फोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले दो चरणों के चुनाव के रुझान ने स्पष्ट कर दिया है कि देश में फिर एक बार मोदी सरकार बनने जा रही है। देश ने तय कर लिया है कि अबकी बार 400 पार का जनादेश एनडीए को देने जा रही है। जब एनडीए भाजपा के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है तो खीझ मिटाने के लिए इंडी गठबंधन के लोग ईवीएम को निशाना बना रहे हैं। ये लोग अपनी हार को पुख्ता कर रहे हैं और दोषारोपण के लिए ईवीएम सबसे सस्ता औजार है।
कांग्रेस का न्याय पत्र, देश के लिए अन्याय पत्र
गोमांस के मुद्दे के परिदृष्य में आने के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले चरण के मतदान से पहले हमने विकास, सुरक्षा और गरीब कल्याण के मुद्दे को जनता के सामने रखा। इसी बीच कांग्रेस का घोषणा पत्र सामने आया। उन्होंने कहा कि इनका घोषणा पत्र देखकर यही कहा जा सकता है कि ये भले ही कांग्रेस का न्याय पत्र हो सकता है, मगर देश की एकता अखंडता और संप्रभुता के लिए अन्याय पत्र है। इस घोषणापत्र में ही उन्होंने इस बात का उल्लेख किया है कि अल्पसंख्यक समुदाय की रुचि के अनुसार खान-पान की स्वतंत्रता दी जाएगी।
चुप क्यों हैं इंडी गठबंधन के अन्य सहयोगी ?
मुख्यमंत्री योगी ने सवाल किया कि क्या अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का खानपान शेष समुदाय से अलग है। ऐसा क्या है जो बहुसंख्यक समाज खाना पसंद नहीं करता। इस देश का हिन्दू गोमांस से पूरी तरह से परहेज करता है। गाय उसके लिए मां के समान है। कांग्रेस मुसलमानों को इसकी छूट देने का कुत्सित प्रयास कर रही है। यह कोई भी स्वीकार नहीं करेगा। योगी ने इंडी गठबंधन के अन्य सहयोगियों से भी सवाल किया है कि कांग्रेस के घोषणा पत्र से क्या इनके गठबंधन के लोग सहमत हैं? उनका मौन बताता है कि वे साथ हैं और अगर साथ नहीं हैं तो सहयोगी दिलों को सफाई देनी चाहिए।
क्या तीन तलाक की कुप्रथा को दोबारा लागू करेगी कांग्रेस ?
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस अल्पसंख्यकों को उनके व्यक्तिगत कानून का अधिकार देने की बात करती है। तो क्या तीन तलाक की कुप्रथा, जिसे मोदी जी की सरकार ने समाप्त किया है उसे दोबारा लागू किया जाएगा? क्या कांग्रेस शरिया कानून लागू करके देश का तालीबानीकरण करना चाहती है? सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र देश के साथ धोखा है। देश की जनता को अगले पांच चरणों के चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणा पत्र को देखते हुए अपना निर्णय करना चाहिए। ये हमारी आस्था के साथ धोखा है, कोई भी इसे स्वीकार नहीं करेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/मोहित/बृजनंदन
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