प्रधानमंत्री मोदी की जबसे दृष्टि पड़ी काशी निरंतर विकास के पथ पर :नीलकंठ तिवारी

WhatsApp Channel Join Now
प्रधानमंत्री मोदी की जबसे दृष्टि पड़ी काशी निरंतर विकास के पथ पर :नीलकंठ तिवारी


प्रधानमंत्री मोदी की जबसे दृष्टि पड़ी काशी निरंतर विकास के पथ पर :नीलकंठ तिवारी


—श्री काशी विश्वनाथ धाम में सांसद संस्कृत प्रतियोगिता- 2025 का समापन

वाराणसी,08 जनवरी (हि.स.)। प्रदेश के पूर्व धर्मार्थ मंत्री एवं वाराणसी शहर दक्षिणी के विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपने संसदीय क्षेत्र पर जबसे दृष्टि पड़ी तब से काशी निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है। काशी से मोदी के सांसद बनने के उपरांत यहां की शास्त्रार्थ परंपरा निरंतर अपने पारंपरिक स्वरुप में आगे बढ़ समाजोपयोगी बन रही है। विधायक डॉ तिवारी बुधवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम परिसर स्थित त्रयम्बकेश्वर सभागार में आयोजित दो दिवसीय सांसद संस्कृत प्रतियोगिता के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।

समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना कर विधायक ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने संस्कृत शास्त्रों के उन्नयन के लिए काशी के विद्वानों एवं छात्रों को अनेकों अवसर प्रदान किए है। वर्षों से काशी के गुरुकुलों में एवं काशी के अनेक महनीय स्थानों पर शास्त्र चर्चा हो रही है। जो गौरव का विषय है। संस्कृत भाषा सर्व प्राचीन भाषा है। उन्होंने संस्कृत भाषा के महिमा का उल्लेख कर कहा कि सबसे पहले संस्कृत भाषा में “सर्वे भवन्तु सुखिनः के मानवीय गुण पर चर्चा की गई। हम सभी को संस्कृत एवं संस्कृत शास्त्रों का ज्ञान अर्जित करना चाहिए। समारोह में सारस्वत अतिथि डॉ प्रीति विमर्शिनी ने कहा कि वेदरुपी गाय की पूँछ पकड़ कर हम संसार सागर को पार कर सकते है। वेदों का ज्ञान सम्पूर्ण मानव जाति के कल्याण के लिये आवश्यक एवं प्रासंगिक है। भारत की संस्कृति सदियों से विश्व का कल्याण करने वाली संस्कृति रही है । इसीलिए “भारतस्य प्रतिस्ठे द्वे संस्कृतं संस्कृतिस्तथा” इसका उदघोष प्राचीन काल से होता रहा है। समारोह में दिनेश कुमार गर्ग ने सांसद संस्कृत प्रतियोगिता की सराहना की।

मंचासीन अतिथि प्रो. धर्मदत्त चतुर्वेदी ने वाराणसी के सांसद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विशिष्ट कार्यों पर आधारित कविता की प्रस्तुति कर वाहवाही बटोरी। कार्यक्रम में विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं सम्मान राशि प्रदान की गई। मंच संचालन डॉ सिद्धिदात्री भारद्वाज एवं डॉ आनंद कुमार जैन ने संयुक्त रूप से किया। आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रो ब्रजभूषण ओझा ने अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार जताया। कार्यक्रम में मंदिर के पूर्व न्यासी पं. वेंकट रमण घनपाठी, मंदिर के डिप्टी कलेक्टर शम्भू शरण भी मंचासीन रहे। कार्यक्रम में प्रो. राम पूजन पाण्डेय, डॉ पंकज पुरोहित, प्रो. महेंद्र पाण्डेय, डॉ क्षीतिश्वर नाथ पाण्डेय, डॉ शिवमणि मिश्र, डॉ अरविन्द कुमार शर्मा, डॉ नितिन आर्य, डॉ शिवलोचन शांडिल्य आदि की भी मौजूदगी रही।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story