युवा पीढ़ी को सेना के शौर्य, पराक्रम एवं इतिहास से मिलेगी प्रेरणा: जयवीर सिंह
इकाना स्टेडियम के पास बन रहा शौर्य संग्रहालय
लखनऊ,01 मई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इकाना स्टेडियम के नजदीक भारतीय नौसेना के पराक्रम और गौरव को समर्पित एक भव्य ’शौर्य संग्रहालय’ की स्थापना की जा रही है। इस संग्रहालय का उद्देश्य भारतीय नौसेना के साहस, ऐतिहासिक उपलब्धियों और वीरगाथा को आम जनता विशेषकर युवाओं तक पहुंचाना है। यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी।
पर्यटन मंत्री ने गुरुवार काे बताया कि ’लखनऊ में धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों की एक लम्बी श्रृंखला है। इकाना स्टेडियम के नजदीक बनाया जा रहा नौसेना का यह संग्रहालय इसी कड़ी का महत्वपूर्ण गंतव्य स्थल होगा। संग्रहालय में मल्टीमीडिया डिस्प्ले, विवरण एवं घटना की जानकारी कहानियों के माध्यम से पर्यटकों को बताया जाएगा। इस संग्रहालय में नौसेना से रिटायर्ड युद्धपोत, आईएनएस गोमती में स्थापित समस्त उपकरणों के अलावा नौसेना के सी-किंग हेलीकॉप्टर, सी-हैरियर वायुयान को भी प्रदर्शित किया जायेगा। आगंतुक नौसेना के शौर्य और उसके इतिहास को करीब से देख-समझ सकेंगे।
जयवीर सिंह ने बताया कि नौसेना शौर्य संग्रहालय में रिटायर्ड युद्धपोत, उससे संबंधित उपकरण जैसे- मिसाइल, टारपीडो, कैनन तथा अन्य सामानों का प्रदर्शन किया जाएगा। यह संग्रहालय नौसेना से संबंधित देश का पहला संग्रहालय होगा, जहां युद्ध पोतों एवं जलयानों का संग्रह होगा। इसके अलावा नौसेना से जुड़े अन्य उपकरणों को भी प्रदर्शित किया जायेगा। नौसेना के क्षेत्र में शोध में यह प्रयास कारगर सिद्ध होगा। इस पहल के तहत छात्रों, शोधकर्ताओं और इतिहासकारों को नौसेना इतिहास से जुड़ी दुर्लभ सामग्रियों और दस्तावेजों तक पहुंच प्रदान की जाएगी।
जयवीर सिंह ने बताया कि नौसेना संग्रहालय में बच्चों के समग्र विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न स्थानों पर इंटरएक्टिव इंस्टॉलेशन लगाए जा रहे हैं। इन इंस्टॉलेशनों का मुख्य उद्देश्य बच्चों को खेल और अन्वेषण के जरिए सीखने और जुड़ने का अवसर प्रदान करना है। अभिभावकों के साथ आए बच्चों के लिए यह पहल संवाद और समझ को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होगा। सैनिकों की वीरता और बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करता हुआ एक विशेष ’स्मृति उद्यान’ भी विकसित किया जा रहा है। प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर इस उद्यान को शांत और सार्थक स्मरण स्थल के रूप में तैयार किया गया है, जहां आगंतुक देश की सेवा में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को सम्मान पूर्वक याद कर सकें।
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हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन

