थानाध्यक्ष की हठधर्मिता के कारण सिपाही की पत्नी-नवजात की मौत
जालौन, 21 अप्रैल (हि.स.)। पुलिस विभाग में तैनात सिपाही की पत्नी और उसके जन्मे बच्चें को सही समय पर इलाज न मिलने पर मौत हो गई। सिपाही ने थानाध्यक्ष पर आरोप लगाया है कि अगर वो मुझे छुट्टी दे देते तो पत्नी को बेहतर इलाज दिलवाकर उसे और अपने बच्चे को बचा लेता। सिपाही ने थानाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है।
वर्तमान में थाना रामपुरा में तैनात सिपाही विकास ने बताया कि वो कई दिनों से थानाध्यक्ष अर्जुन सिंह से गर्भवती पत्नी का प्रसव अच्छी जगह कराने के लिए छुट्टी माँग रहा था। लेकिन एसओ साहब ने उसकी एक भी बात नहीं सुनी और छुट्टी देने से साफ मना कर दिया। बीती शुक्रवार को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन गर्भवती को गांव के अस्पताल ले गये। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा की हालत बिगड़ी तो इलाज के लिए मैनपुरी भेज दिया। मैनपुरी से गर्भवती को आगरा के लिए रेफर कर दिया गया। आगरा जाते समय रास्ते में जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई।
सिपाही का आरोप है कि अगर एसओ रामपुरा अर्जुन सिंह छुट्टी दे देते तो आज उसकी पत्नी और बच्चा जीवित होते। सिपाही ने एसओ के हिटलरशाही रवैये की शिकायत पुलिस अधीक्षक इराज राजा से की है।
हिन्दुस्थान समाचार/ विशाल/दीपक
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।