युवाओ के प्रेरणापुंज हैं डॉ. राजशरण शाही : प्रो. उमा श्रीवास्तव
गोरखपुर, 23 नवम्बर (हि.स.)। मूलत: गोरखपुर के निवासी डॉ. राजशरण शाही को लगातार दोबारा राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित होने पर बधाईओं का ताँता लगा है। डॉ. शाही को कोई प्रेरणापुंज बता रहा है तो कोई इनके एक कार्यकर्ता से राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के दायित्व तक पहुंचना गौरव की बात।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद की विशेष आमंत्रित सदस्य प्रो. उमा श्रीवास्तव का कहना है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक छात्र संगठन है। इसमें चयन की प्रक्रिया भी लोकतांत्रिक है। निर्वाचन कार्य, सर्वसम्मति के आधार पर संपन्न होती है। सत्र 2023-24 के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में डॉ. राजशरण शाही का लगातार दोबारा निर्वाचन होना, इनके कुशल नेतृत्वकर्ता के गुण को प्रदर्शित करने वाला है। इनके नेतृत्व में विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल के उद्देश्य की पूर्ति और कार्य का विस्तार करेगी।
गोरक्ष प्रांत अध्यक्ष प्रो. सुषमा पांडेय ने कहा है कि अभाविप में दायित्व निर्धारण की एक लोकतांत्रिक व्यवस्था है। डॉ. शाही का पुनः राष्ट्रीय अध्यक्ष होना गर्व की बात है। छात्र जीवन से संगठन का कार्य करते हुए महत्वपूर्ण दायित्व पर पहुँचना केवल विद्यार्थी परिषद जैसे छात्र संगठन में ही संभव है।
गोरक्ष प्रांत मंत्री सौरभ गौंड ने कहा है कि आज का दिन गोरखपुर जनपद के लिए विशेष महत्व का है। लगातार दूसरी बार विश्व के सबसे विराट छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसे शीर्ष दायित्व का नेतृत्व गोरखपुर से जुड़े लोग कर रहे हैं। इनके कुशल संगठन कौशल में विद्यार्थी परिषद नित नवीन उपलब्धियों को हासिल करेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. आमोदकांत /बृजनंदन
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