फ्रांस में सम्मानित होकर साहित्यकार डॉ.अंजना ने बढ़ाया उप्र का गौरव

फ्रांस में सम्मानित होकर साहित्यकार डॉ.अंजना ने बढ़ाया उप्र का गौरव
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फ्रांस में सम्मानित होकर साहित्यकार डॉ.अंजना ने बढ़ाया उप्र का गौरव


लखनऊ, 16 जून (हि.स.)। सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.अंजना सिंह सेंगर को साहित्य, शिक्षा एवं समाजसेवा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए फ्रांस के प्रतिष्ठित 'अंतरराष्ट्रीय भारत गौरव अवॉर्ड-2024' से सम्मानित किया गया है।

यह सम्मान उन्हें फ्रांस सीनेट पेरिस के लक्जमबर्ग पैलेस में हुए भव्य सम्मान समारोह में पांच जून को दिया गया। इसमें मुख्य अतिथि फ्रांस सीनेट के उप सभापति डोमिनिक थेफिल, सीनेट सदस्य फ्रेडरिक बुवाल, फ्रांस में भारत के काउंसलेट जनरल प्रवीण कुमार मिश्रा, मेहंदीपुर बालाजी दरबार के महंत डॉ.नरेश पुरी गोस्वामी महाराज थे।

सम्मानित होने के बाद लखनऊ लौटीं डॉ.अंजना ने रविवार को यूपी प्रेस क्लब में पत्रकारों से अपने अनुभव साझा किए। डॉ. सेंगर ने बताया कि संस्कृति युवा संस्था ने फ्रांस की संसद में आयोजित भव्य 13वें अंतर्राष्ट्रीय भारत गौरव अवॉर्ड समारोह-2024 में अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि अर्जित करने वाले भारतवासियों और दुनिया के 18 देशों में बसे भारतवंशियों को सम्मानित किया।

फ्रांसीसी संसद के उप सभापति डॉ.डोमनिक थियोफिले, सांसद फ्रेडरिक बुवल, संस्था के अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा, मेहंदीपुर बालाजी धाम के महंत डॉ.नरेश पुरी महाराज, अमेरिका के प्रमुख व्यवसायी इंद्रजीत शर्मा, फ्रांस सरकार के प्रतिनिधि, सांसद, दूतावास के अधिकारियों समेत गणमान्य की उपस्थिति रही।

संस्कृति युवा संस्था यह अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार समारोह 2012 से अनवरत कर रही है। यह अवार्ड संस्था द्वारा विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान करने वाली विभूतियों को विशेष विश्लेषण के बाद दिया जाता है।

डॉ.अंजना ने बताया कि संस्था ने उत्कृष्ट साहित्य लेखन से प्रभावित होकर उनका नाम सम्मान के लिए चयनित किया। साहित्य उनके जीवन की धड़कन है जब कभी लिखना नहीं हो पाता तो लगता है जीवन शून्य हो गया है। उन्होंने कहा कि साहित्य प्रेमियों को समृद्ध एवं सार्थक साहित्य देना उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य है। इसमें साहित्य की छंद परम्परा पर प्रमुखता से कार्य कर रही हैं। साहित्य समाज का दर्पण होने के साथ-साथ शिल्पकार भी होता है, क्योंकि उत्कृष्ट साहित्य अच्छे समाज का निर्माण करता है। डॉ.अंजना सिंह को साहित्य के लिए उत्तर प्रदेश सरकार का प्रतिष्ठित सम्मान भी मिल चुका है। इसके साथ ही अमेरिका एवं दुबई में साहित्य विधा में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया जा चुका है।

साहित्य साधना के लिए छोड़ी भारत सरकार की सेवा

डॉ.अंजना सिंह सेंगर ने बताया कि वर्ष 2016 में उन्होंने साहित्य साधना के लिए भारत सरकार की सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर स्वयं को लेखन के लिए समर्पित कर दिया था। माता सीता पर रचित खण्डकाव्य समेत अब तक उनकी छह पुस्तकें मन के पंख, जुगनू की जंग, अगर तुम मुझसे कह देते गजल संग्रह (हिंदी एवं उर्दू), जनमानस के महाराज प्रकाशित हो चुकी हैं।

35 विभूतियों को मिला भारत गौरव सम्मान

उन्होंने बताया कि उनके साथ ही 'अंतरराष्ट्रीय भारत गौरव अवॉर्ड-2024' में भारत की कई अन्य विभूतियों को भी सम्मानित किया गया था। इसमें बॉलीवुड एक्टर अन्नू कपूर, फैशन डिजाइनर मनीष त्रिपाठी (रामलला के कपड़े डिजाइन करने पर), संस्कार टीवी के सीईओ मनोज त्यागी, एबीपी न्यूज के एक्जीक्यूटिव एडिटर इंद्रजीत राय, दैनिक भास्कर ग्रुप के मैनेजिंग एडीटर जगदीश शर्मा समेत कई पद्म भूषण एवं पद्मश्री विजेताओं समेत 35 विशेष लोगों को सम्मानित किया गया।

भारत गौरव अवॉर्ड से अब तक सम्मानित होने वाले प्रमुख भारतीय : श्री श्री रविशंकर (आध्यात्मिक गुरु), मनोज कुमार (अभिनेता), डॉ.कैलाश सत्यार्थी (नोबेल पुरस्कार विजेता), इंद्र नुई (बिजनेस लीडर), जगजीत सिंह (गजल किंग), सुभाष चंद्रा (एमडी जी मीडिया), गोपीचंद हिंदुजा (हिंदुजा ग्रुप-यूके), सरीला स्वामी प्रभुपाद (फाउंडर-इस्कॉन), डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक (पूर्व केंद्रीय मंत्री), डॉ.नरेश त्रेहान (लोकप्रिय चिकित्सक), नवीन जिंदल (बिजनेस लीडर), जया किशोरी (आध्यात्मिक वक्ता), आचार्य लोकेश मुनि (आध्यात्मिक वक्ता) और डॉ.बिन्देश्वर पाठक (सुलभ इंटरनेशनल) आदि।

इस मौके पर पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य विजय विक्रम सिंह एवं वरिष्ठ पत्रकार अतुल प्रताप चौहान मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/दीपक/राजेश

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