यमुना, बेतवा और केन नदियाें के उफान से दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से घिरे, प्रशासन ने कराई मुनादी
हमीरपुर,14 सितम्बर (हि.स.)। हमीरपुर जिले में यमुना, बेतवा और केन समेत अन्य स्थानीय नदियों के उफान से यहां तमाम गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। आधा दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है जिससे तटवर्ती ग्रामों में लोगों में बेचौनी बढ़ गई है। बाढ़ के खतरे को लेकर प्रशासन ने बाढ़ की जद में आने वाले तमाम गांवों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क किया है। शनिवार को 11 बजे तक यमुना नदी खतरे के निशान से 103.900 मीटर बह रही है। वहीं बेतवा 103.320 मीटर पर हिलौरे मार रही है।
पिछले दिनों से हमीरपुर समेत बुंदेलखंड क्षेत्र में हो रही झमाझम बारिश का असर यहां यमुना और बेतवा नदियों पर देखा जा रहा है। मध्यप्रदेश में भी भारी बारिश के कारण लहचुरा और माताटीला डैम से बेतवा नदी में बड़ी मात्रा में पानी डिस्चार्ज किया गया है वहीं चंबल से भी लाखों क्यूसेक पानी यमुना नदी में आने से यहां यह नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। मौदहा बांध निर्माण खंड के अधिशाषी अभियंता करन पाल गंगवार ने बताया कि आज तड़के पांच बजे यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर 104.00 मीटर पर हो गई है थी जबकि बेतवा नदी का जलस्तर 103.450 मीटर पहुंच गया था। बताया कि अब दोनों नदियों का जलस्तर धीरे-धीरे कम होने लगा है। लेकिन यमुना नदी अभी भी लाल निशान के पार है। तटवर्ती गांवों मुनादी कराकर लोगों को सतर्क किया गया है। बताया कि दोनों नदियों का जलस्तर घट रहा है लेकिन बाढ़ चौकियों के प्रभारियों और अधिकारी नजर रखे है।
बाढ़ के खतरे को देखते सभी अफसरों को मुख्यालय से बाहर जाने पर लगाई रोक
प्रशासन ने बाढ़ के खतरे को लेकर अब जिलास्तरीय अफसरों को मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए है। यहां के एडीएम विजय शंकर तिवारी ने अफसरों के साथ बाढ़ की जद में आने वाले मेरापुर, भिलांवा समेत तमाम मजरों और डेरों का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। मेरापुर गांव में तो नदी किनारे बने मकानों से लोग गृहस्थी और अन्य सामान समेटने में जुट गए है। प्रशासन के निर्देश पर इन इलाकों में मुनादी कराई गई है।
दर्जनों बाढ़ चौकियां अलर्ट पर, हमीरपुर शहर के कई इलाके, डेरे भी होने लगे खाली
यमुना और बेतवा के साथ केन व अन्य नदियों का जलस्तर बढऩे से पत्योरा, बड़ा कछार, छोटा कछार, सुरौली, बरुआ, भौरा समेत अन्य गांवों में बाढ़ का पानी बीती रात घुस गया जिससे ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई। सुमेरपुर के बीडीओ विपिन कुमार ने बताया कि गांव के नाविकों को अलर्ट कर दिया गया है। उधर, केन नदी की बाढ़ का पानी चन्द्रावल नदी में आने से कैथी गांव जाने वाली सड़क पर पानी भरने से ग्रामीण सकते में है।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा
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