निरामय भारत बनाने के लिए कार्य करें चिकित्सक
एसजीपीजीआई का 28वां दीक्षांत समारोह संपन्न
लखनऊ,16 दिसम्बर (हि.स.)। राजधानी लखनऊ स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई ) का 28वां दीक्षांत समारोह शनिवार को संस्थान के श्रुति सभागार में संपन्न हुआ। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया की उपस्थिति में 265 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गयी।
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विद्यार्थियों से कहा कि वह अपने माता-पिता को सदैव प्रसन्न रखें, उन्हें कभी न भूलें।अगले वर्ष 50% पुरस्कार पर हमारी बेटियों का नाम होना चाहिए।
उन्होंने बीमारियों को रोकने के लिए निवारक दवा पर बल दिया। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया जिनके संकल्प और प्रयासों से घर घर में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। उत्तर प्रदेश में 1.9 करोड़ घरों को शुद्ध जल मिल रहा है।
दीक्षांत समारोह के विशिष्ट अतिथि महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान, विश्वविद्यालय के कुलपति ले. ज. डाॅ.माधुरी कानितकर ने कहा कि महिलाओं का बराबरी मे पदक हासिल करना भी उल्लेखनीय है। एक सक्षम और निरामय भारत ही हमारा अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सोचना होगा कि स्वास्थ्य सेवाएं बीमार क्यों हैं? इसके लिए शिक्षण, शोध और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा तीनों को सुदृढ़ करना होगा। हम अपने उपकरण खुद बनाएं। संजय गांधी पीजीआई राष्ट्र निर्माण में एक बहुत बड़ा सहयोग कर सकता है।
एसजीपीजीआई के निदेशक प्रो. आर. के. धीमन ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि देश के अमृत काल में ऊर्जा के साथ नवीन जीवन में प्रवेश करें। स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार की प्रकिया में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने विद्यार्थियों के माता-पिता का भी अभिवादन किया। उन्होंने नये पुरस्कार विजेताओं को भी बधाई दी और कहा कि वे अपनी योग्यता व दक्षता से न केवल भारत में अपितु पूरे विश्व में अपनी पहचान बनायें।
समारोह का प्रारंभ पारंपरिक भव्यता के साथ शैक्षणिक जुलूस के आगमन हुआ। तत्पश्चात राष्ट्रगान के बाद जलसंरक्षण का संदेश लिये 'जल भरो कार्यक्रम' संपन्न हुआ।
समारोह में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व कैबिनेट मंत्री चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण बृजेश पाठक, राज्य मंत्री, चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र और प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा भी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/सियाराम
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