बरेली के मौलाना तौकीर रजा दो संप्रदायों के बीच नफरत पैदा कर रहे
बरेली, 12 फरवरी (हि.स.)। आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के जेल भरो आंदोलन के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। अजमेर दरगाह की ओर जारी किये वीडियो में मौलाना के शांतिपूर्ण आंदोलन को सराहा जा रहा हैं। दूसरी ओर भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने भाजपा कार्यालय पर सोमवार को प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि मौलाना दो संप्रदायों के बीच नफरत पैदा करने का काम कर रहे हैं।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि जब भी कोई चुनाव नजदीक होते हैं तो मौलाना मुस्लिम समुदाय में भ्रम पैदा करने के लिए इस तरह की हरकत को अंजाम देते हैं। लेकिन मुस्लिम समुदाय ऐसे लोगों की मानसिकता को समझ चुका है।
कोषाध्यक्ष ने कहा कि मौलाना को न देश के संविधान पर भरोसा है और न ही न्यायालय के निर्णय का कभी सम्मान किया। न्यायालय ने व्यास जी के तहखाने में पूजा की अनुमित दी,, उसके बावजूद मौलाना जैसी मानसिकता रखने वाले लोग उग्र होकर शहर का माहौल खराब करने के प्रयास में जुट गये। मौलाना तौकीर रजा हमेशा कट्टरपंथी की बात करते हैं उन्होंने कभी भी समाज के हित में नहीं सोचा। मुस्लिम नौजवानों को बरगलाकर उनके मन में दूसरे समुदाय के लिए नफरत परोसी हैं। जबकि मुस्लिम समाज में भी कुछ ऐसे लोग हैं जो समाज हित की बात करते हैं। उन्होंने इमाम अहमद इल्यासी,प्रोफेसर इमरान हबीब समेत अन्य मुस्लिमों की जमकर सरहना की।
हिन्दुस्थान समाचार/देश दीपक/आकाश
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