अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा से पहले सुविधाओं से लैस होगा तीर्थराज 'धोपाप'
- 300 श्रमवीर दिन-रात काम कर धोपाप काे दे रहे नया रूप
सुलतानपुर,17 जनवरी (हि.स.)। जिला मुख्यालय से 32 किलोमीटर दूर वाराणसी रोड पर लंभुआ तहसील अन्तर्गत स्थित भगवान राम के पाप धोने वाले तीर्थराज ‘धोपाप’ की काया बदलकर हाईटेक बनाने की कवायद तेज हो गई हैं।
सांसद मेनका संजय गांधी के निर्देश पर प्रतिनिधि रणजीत कुमार की देखरेख व जिला प्रशासन और लोगों के जन सहयोग से प्रतिदिन 300 श्रमवीर घाट और मन्दिर परिसर को नया रूप देने में दिन- रात काम कर रहे हैं। यहां पर सुरक्षा के दृष्टि से जहां 18 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं वहीं जल्द ही एक पुलिस चौकी की स्थापना भी तीर्थराज ‘धोपाप’ के नाम से की जा रही है। यहां पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस बलों की तैनाती रहेगी और तीसरी आंख से देखने के लिए पूरा एक कंट्रोल रूम स्थापित होगा। जहां पर पखवाड़े भर से अधिक की हर गतिविधियों की रिकॉर्डिंग मौजूद होगी।
श्रद्धालुओं को स्वच्छ और शीतल पानी मिले इसके लिए 5 हजार लीटर की दो टंकियां और मिनरल वाटर मिले इसके लिए आरओ मशीन भी लगाई जा चुकी है। आरओ मशीन के माध्यम से मिनरल वाटर सप्लाई करने के लिए मंदिर परिसर में जगह-जगह नलों को लगाने का कार्य तेजी से चल रहा है। प्रकाश व्यवस्था पर्याप्त हो इसके लिए पांच हाई माक्स लाइट लगाई जा रही है। इससे रात में धाम जगमगाएगा। विद्युत विभाग द्वारा धाम के चारों ओर विद्युत पोल लगाकर केबिल खींच कर सप्लाई चालू कर दी गई है। मुख्य मन्दिर तक विकलांगों को पहुंचने के लिए मन्दिर के पश्चिम गेट तक सीसी रोड बनाई जा रही है। जिसमें लोग कार और ट्राई साइकिल को आसानी से मंदिर तक ला सकते है।वहीं मन्दिर के मुख्य द्वार पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सीढ़ी पर चढ़ने के लिए स्टील की रेलिंग लगाईं जा रही है। मन्दिर परिसर की दीवारों पर बनाए जा रहे चित्र और चलचित्रों को देखकर ही रामायण काल को याद कर सकते हैं।
बता दें कि आर्टिस्ट प्रदीप चौबे अपनी टीम के साथ दीवारों पर भगवान राम से जुड़ी एक-एक यादों को कलाकृतियों से उकेर रहे हैं। बाहर से आए हुए लोगों के लिए एक अतिथि ग्रह भी बनाया जा रहा है। जिनमें सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। घाटों को भी सजाने और संवारने की कार्य योजना बन चुकी है और जल्द ही मंदिर परिसर के बगल एक हरे-भरे पार्क की स्थापना करने की भी योजना बनाई जा चुकी है।
सांसद मीडिया प्रभारी विजय सिंह रघुवंशी ने बताया कि आगामी 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन मंदिर परिसर में भी भजन कीर्तन, सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा मंचन और भंडारे आदि व्यवस्था की जा रही है। शाम ढलते ही 51000 दीपों से घाटों को जगमग किया जाएगा और पूरे मंदिर परिसर को रोशनी से नहलाया जाएगा। इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर होली और दीपावली जैसा माहौल बनाया जाएगा। जिसके लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
मंदिर के पुजारी अक्षैवर उपाध्याय ने बताया कि इसी स्थल पर भगवान राम ने रावण के वध के बाद ब्रह्महत्या जैसे दोष से मुक्ति पाने के लिए इसी घाट पर स्थान किया था। तब से इसका नाम धोपाप धाम रख दिया गया। उन्होंने बताया कि ज्येष्ठ माह में गंगा दशहरा के दिन यहां लाखों लोग जाने-अनजाने में हुए पाप से मुक्ति के लिए स्नान करते हैं। यहां पर सांसद प्रतिनिधि रणजीत कुमार कैंप कर लंभुआ नगर पंचायत अध्यक्ष अंगद सिंह, स्थानीय प्रधानगण शुभम सोनकर, संजय सिंह रमाकांत तिवारी, सुरेन्द्र पाल, प्रसून पाण्डेय, राजू सिंह, बाबी सिंह, संतोष दूबे आदि के सहयोग के साथ तैयारी को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/दयाशंकर
/मोहित
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।