वेक्टर जनित बीमारियों के नियंत्रण व प्रभावी कार्रवाई के लिए विभाग तैयार
—वाराणसी मण्डल की दो दिवसीय एंटोमोलॉजिकल सर्विलान्स प्रशिक्षण कार्यशाला सम्पन्न
वाराणसी,15 मार्च (हि.स.)। संचारी रोग जैसे डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया, कालाजार, चिकनगुनिया आदि की रोकथाम, नियंत्रण, निगरानी व प्रभावी कार्रवाई करने किए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी क्रम में वाराणसी मण्डल के सभी जनपद वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर और जौनपुर की दो दिवसीय एंटोमोलॉजिकल सर्विलान्स प्रशिक्षण कार्यशाला बुधवार को सम्पन्न हुई।
कार्यशाला में मंडलीय अपर निदेशक (स्वास्थ्य) डॉ मंजुला सिंह के नेतृत्व में मण्डल के संयुक्त निदेशक एवं वेक्टर जनित बीमारियों के नोडल अधिकारी डॉ जीसी द्विवेदी, जौनपुर के जिला मलेरिया अधिकारी डॉ बीपी सिंह और क्षेत्रीय एंटोमोलॉजिस्ट डॉ अमित कुमार सिंह ने आवश्यक जानकारी दी। इस दौरान मण्डल के चारों जनपद के मलेरिया इंस्पेक्टर, फाइलेरिया इंस्पेक्टर, हेल्थ सुपेरवाइजर, बेसिक हेल्थ वर्कर सहित 60 स्वास्थ्यकर्मियों को राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत एंटोमोलॉजिकल सर्विलान्स के लिए प्रशिक्षण दिया गया।
क्षेत्रीय एंटोमोलॉजिस्ट डॉ अमित ने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आगामी माह में होने वेक्टर जनित लार्वा उन्मूलन के लिए गतिविधियों और संचरण काल की पूर्व तैयारियों को पूरा करना और उसके सापेक्ष प्रभावी कार्रवाई करना है। प्रशिक्षण में सभी जनपदों को वेक्टर सर्विलान्स के लिए टीम गठन करने का निर्देश भी दिया गया। डॉ अमित ने वेक्टर जनित सभी बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया, कालाजार आदि के कारण, पहचान, लक्षण, जांच, उपचार और बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष के सापेक्ष वर्तमान में मच्छर जनित रोग के संचरण काल के दृष्टिगत जनपद में डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया आदि अन्य बीमारियों के प्रभावित क्षेत्रों (हॉट स्पॉट जॉन) में एंटोमोलॉजिकल सर्विलांस कार्य जैसे मच्छरों का घनत्व एवं बुखार से ग्रसित रोगियों की सूचना एवं स्क्रीनिंग कार्य किया जाना आवश्यक है।
इन बातों का विशेष ध्यान रखें
घरों के आसपास जल जमाव न होने दें। छत पर एवं घर के अंदर निस्प्रयोज्य डिब्बे, पात्र जिसमे जल एकत्र हो सकता हो उसे खाली कर दें। कूलर में पानी न रहने दें या हर दूसरे दिन पानी बदलते रहें। फ्रिज के पीछे प्लेट में पानी एकत्र न होने दें। गमलों, नारियल के खोल, या निस्प्रयोज्य टायर, टंकी को जरूर से साफ करवाते रहें, एवं उनमें पानी एकत्र न होने दें। मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें, पूरी बांह के कपड़े पहने।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।