देश में बुंदेलखंड की सफेद ज्वार की मांग बढ़ी
यूपी,एमपी के बुंदेलखंड क्षेत्र में सफेदा ज्वार का उत्पादन करता है किसान
हमीरपुर, 08 जनवरी (हि.स.)। बुंदेलखंड के कोने-कोने में पैदा होने वाली सफेदा ज्वार की डिमांड पूरे देश में हो रही है। पशुओं के चारे के साथ इसका उपयोग सूती कपड़ा बनाने में होता है। इसके अलावा इसके तमाम खाद्य पदार्थ भी बनाए जाते हैं। इस समय कस्बे के गल्ला मंडी में इसकी आवक पूरे बुंदेलखंड से हो रही है।
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के 16 जनपद में फैले बुंदेलखंड क्षेत्र के कोने-कोने में किसान सफेदा ज्वार का उत्पादन करता है। दिसंबर माह से यह बाजार में आने लगती है। कस्बे की गल्ला मंडी ज्वार खरीद का हब है। यूपी, एमपी के सभी जनपदों से ज्वार यहां लाकर बेची जाती है। यह कारोबार फरवरी माह तक निरंतर चलता है। मौजूदा समय में मंडी में ज्वार की भारी आवक है। तकरीबन 15 से 20 ट्रक ज्वार प्रतिदिन बिक्री के लिए यहां आ रहा है। सोमवार को यह 2000 से 5600 रुपये कुंटल तक बिक रही थी।
स्थानीय व्यापारी कुंज बिहारी, श्याम बिहारी, श्याम बाबू पांडे, उदित नारायण तिवारी, रामविलास गुप्ता, बाबू गुप्ता, राजू गुप्ता आदि ने बताया कि ज्वार के लिए कस्बे की मंडी सदियों से पूरे देश में प्रसिद्ध है। यहां से ज्वार देश के अलावा विदेशों तक जाती है। मौजूदा समय में ज्वार दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश के अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में जा रही है। फरवरी के बाद इसकी मांग बाहर कमजोर हो जाती है। इसके बाद जून माह में फिर इसकी डिमांड बढ़ती है।
सुमेरपुर मंडी सचिव ब्रजेश कुमार निगम ने बताया कि दिसंबर माह में ज्वार से 14 लाख 62 हजार से अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है।
हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/दीपक/दिलीप
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।