दीपोत्सव 2023 : त्रेतायुगीन अयोध्या की बिखरने लगी छटा
- धर्मपथ पर बनाए जा रहे रामायण के सातों अध्यायों पर आधारित द्वार
अयोध्या, 8 नवम्बर: अयोध्या में निर्माणाधीन भव्य श्रीराम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसे लेकर अयोध्या को सजाया संवारा जा रहा है। प्रदेश की योगी सरकार अयोध्या को एक बार फिर उसका प्राचीन वैभव प्रदान करने में लगी है। दो माह बाद प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे, इसके चलते इस वर्ष दीपोत्सव को लेकर खासा उत्साह देखते ही बन रहा है। वहीं योगी सरकार दीपोत्सव पर एक बार फिर विश्व कीर्तिमान रचने में जी जान से जुटी है। इसी कड़ी में अयोध्या में बने धर्म पथ पर गोस्वामी तुलसीदास कृत श्रीरामचरितमानस के सातों अध्याय (बाल कांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, किष्किंधा कांड, सुंदर कांड, लंका कांड और उत्तर कांड पर आधारित खूबसूरत द्वार बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा विभिन्न किस्म की लाइटों से नगर को रौशन किया जा रहा है।
दीपोत्सव पर श्रद्धालुओं को होगी प्राचीन अयोध्या की अनुभूति
संस्कृति विभाग की ओर से तैयार कराए जा रहे इन द्वारों को पर्यटन विभाग की देखरेख में लगाया जा रहा है। पर्यटन अधिकारी आरपी यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अयोध्या को उसके पौराणिक वैभव व गरिमा में सजाया संवारा जा रहा है। इसके लिए करोड़ों रुपए से अयोध्या में विकास कार्य किये जा रहे हैं। इसी क्रम में धर्म पथ पर रामायण के सातों अध्यायों के विभिन्न प्रसंगों पर आधारित द्वार बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि द्वारों के बनने से श्रद्धालुओं को दीपोत्सव के मोके पर अयोध्या पहुंचने पर प्राचीन अयोध्या की अनुभूति होगी।
धर्मपथ पर लगाई जा रही विभिन्न प्रकार की लाइटें
उन्होंने बताया कि दीपोत्सव के मौके पर अयोध्या को विभिन्न प्रकार की लाइटों से सजाने संवारने का काम तेजी से हो रहा है। इसी कड़ी में धर्मपथ पर विभिन्न प्रकार की लाइट लगाई जा रही हैं, जिसमें राम मंदिर, चांद मॉडल, दीप मॉडल व वॉल मॉडल की लाइटों से अयोध्या को जगमग किया जा रहा है।
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