बांदा में बारिश से सैकड़ाें हेक्टेयर धान की फसल बर्बाद, मुआवजे के लिए किसानों का प्रदर्शन
धान की बालियां लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे किसान
बांदा, 4 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में बीते दिनाें बेमाैसम हुई बारिश से हजारों हेक्टेयर में खड़ी धान की फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं। खेताें की हालत देख कर किसानाें की आंखाें में आंसू हैं। फसलें नष्ट होने से परेशान किसान पिछले तीन दिनों से मुआवजे की मांग को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
मंगलवार को बड़ी संख्या में किसान खराब धान फसल की बालियां लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इससे पहले सोमवार को भी भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने अतर्रा तहसील में इसी मुद्दे पर एसडीएम को ज्ञापन दिया था।
प्रदर्शन में शामिल बड़ोखर खुर्द के जौरही गांव से आए अशोक कुमार राजपूत, जीतू सिंह, लवलेश, रामबाबू, चुन्नीलाल, सत्यम, धर्मेंद्र कुमार, हनुमान सिंह, राघव, फूलचंद्र, लल्लू, छोटेलाल, केशन, युवराज और अशोक पांडे समेत कई किसानों ने बताया कि यह फसलें ही उनके परिवार के भरण-पोषण का एकमात्र सहारा थीं। अब सब कुछ लुट गया है ताे जीवन कैसे चलेगा। किसानों ने प्रशासन से तत्काल आर्थिक सहायता और उचित मुआवजे की मांग की।
एक लाख हेक्टेयर में फसलें प्रभावित
पिछले हफ्ते बांदा में लगातार पांच दिनों तक तेज बारिश और तूफानी हवाएं चलती रहीं। कृषि विभाग के अनुसार, इससे करीब एक लाख हेक्टेयर में खड़ी धान की फसलें प्रभावित हुई हैं। चार दिन बाद मौसम साफ होने के बावजूद खेतों में गिरी फसलें सड़ने लगीं हैं। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से किसान लगातार तहसीलों और कलेक्ट्रेट पहुंच कर फसलों के नष्ट होने से मुआवजे की मांग कर रहे हैं।----------
हिन्दुस्थान समाचार / अनिल सिंह

