साइबर अपराध से बचाव के लिए किसी को न दें अपनी जानकारी : एसीपी
कानपुर, 10 फरवरी (हि.स.)। साइबर अपराध से बचाव के लिए हमारा जागरुक होना सबसे ज्यादा जरुरी है। ऐसे अपराधों में अपराधी हम से सूचना लेकर परेशानी में डाल सकता है। यदि हम साइबर अपराधों को लेकर सतर्क रहेंगे तो इससे हम बच सकते हैं। यह बातें चिंटेल्स पब्लिक स्कूल कल्याणपुर में आयोजित साइबर अपराध गोष्ठी के दौरान मौजूद शिक्षक छात्र छात्राओं से बातचीत करते हुए सहायक पुलिस आयुक्त अपराध मोहसिन खान ने कही।
उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट के टू स्टेप वेरीफिकेशन को इनेबल करने के लिए कहा इससे कोई भी आपका अकाउंट हैक नहीं कर सकता। अगर कोई ऐसा करने का प्रयास भी करता है तो आपके पास अलर्ट मैसेज आ जाएगा। साथ ही सोशल मीडिया अकाउंट की सिक्योरिटी किस-किस तरह से कर सकते हैं इसके बारे में भी बताया गया। साइबर अपराध के नए-नए तरीकों पर चर्चा करते हुए बताया गया कि जब कोई फ्री में भी कुछ नहीं देता है तो वह आपको लाखों करोड़ों रुपये कैसे दे सकता है। यह सोचे समझे बगैर लोग लालच में पड़ जाते हैं और जो भी उनके पास में होता है उसको भी गंवा बैठते हैं। इसके अलावा सोचने की बात यह है कि जब आप कभी बैंक जाते हैं तो वहां पर भी कोई काम कराने के लिए आपको टाइम देना पड़ता है। तो ऐसा कौन सा शुभचिंतक कर्मचारी अचानक फोन पर पैदा हो जाता है। जोकि आपकी केवाईसी अपडेट करने लोन लेने का ऑफर आपको देने लगता है। यह सभी साइबर फ्रॉड के नए तरीके हैं जिनको लोग समझ नहीं पाते और साइबर ठगों के जाल में फंस जाते हैं। सभी केवाईसी अपडेट करने के नाम पर कभी बिजली का बिल न जमा होने के नाम पर तो कभी लाखों की लॉटरी लगने के नाम पर आप को साइबर ठग लुभाते हैं। लोन एप भी ठगों का एक नया तरीका है।
उप निरीक्षक आशुतोष विक्रम सिंह ने बताया कि कई बार साइबर अपराधी हमसे फोन कर हमारी निजी जानकारियां जुटाते हैं। यही नहीं खाता नंबर ओटीपी जैसे संवेदनशील डाटा को भी वह हमसे बात कर भरोसे में लेकर निकाल लेते हैं। जिससे बाद में वह अपराध कार्य करते हैं। हमारा यह जानना बहुत जरुरी है कि कभी भी कोई बैंक अथवा मोबाइल नेटवर्क कंपनियां लकी ड्रा नहीं करती, और अपराधी पैसे का लालच देकर आए दिन लोगों को ठग रहे हैं इस तरह की शिकायतें भी मिलती है।
महिला आरक्षी मुद्रिका के द्वारा बताया गया कि अपने सोशल मीडिया मित्रों को व्यक्तिगत जानकारी या वीडियो, फोटो देने से बचें। इससे भी कई बार साइबर अपराध होना पाया गया है। इस मौके पर उन्होंने अपराधियों के द्वारा प्रयोग किए जाने वाले कई एप्स इलेक्ट्रॉनिक्स एप्लीकेशन के विषय में जानकारी देते हुए उससे बचाव का तरीका भी बताया। सहज और सरल तरीके से उनके द्वारा गोष्ठी में बताया गया तरीका विद्यालय के शिक्षकों छात्र-छात्राओं को काफी पसंद आया। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राओं व शिक्षक के साथ साथ रोटरी क्लब कानपुर के स्टाफ भी मौजूद रहे। रोटरी क्लब के अध्यक्ष व चिंटेल्स पब्लिक स्कूल की प्रधानाध्यापक ने साइबर सेल की इस पहल की प्रशंसा की है।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश
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