डिवाइस से हासिल नहीं होती संस्कारयुक्त शिक्षा: सतीश महाना
गोरखपुर, 10 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि आज एडवांस टेक्नोलॉजी और डिजिटलाइजेशन के दौर में एबीसीडी से लेकर हायर एजुकेशन तक की पढ़ाई बच्चे लैपटॉप या स्मार्टफोन जैसे डिवाइस से कर ले रहे हैं परन्तु डिवाइस की पढ़ाई से संस्कारयुक्त शिक्षा नहीं हासिल की जा सकती है। डिवाइस से सहचर्य, समर्पण, शीलता, विनम्रता और साहस जैसे गुणों का विकास नहीं हो सकता। अगर इन गुणों के साथ संस्कारयुक्त शिक्षा को आगे बढ़ाना है तो महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद जैसी संस्थाओं का संरक्षण अति आवश्यक है।
श्री महाना रविवार को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद संस्थापक सप्ताह समारोह के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि यह विचारणीय प्रश्न है कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी इस बात पर चर्चा करने की आवश्यकता पड़ती है कि शिक्षा का स्वरूप क्या हो। पूर्व में शिक्षा के दो ही ध्येय होते थे, लड़के के लिए नौकरी और लड़की के लिए अच्छी शादी। एक लंबे समय तक रोटी, कपड़ा और मकान ही जीवन के तीन निशान बताए गए। वास्तव में यह तीन निशान आवश्यकता हैं, जीवन की पहचान नहीं हैं। जीवन की पहचान संस्कार, व्यक्तित्व, सेवा, मेधा और समर्पण से होती है। उन्होंने कहा कि सेवा और संस्कारयुक्त शिक्षा ही भारत की पहचान रही है और यही दुनिया को दिशा देती रही है।
अच्छी बात सुनने से ही बनते हैं अच्छे विचार
सफलता हासिल करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष श्री महाना ने विद्यार्थियों को दिमाग को नियंत्रित करने के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि हमारी सुनने की क्षमता समाप्त होती जा रही है। हम जो सुनते हैं, वही सोचते हैं। अगर हम अच्छी बात सुनेंगे तो हमारे मन में अच्छे विचार आएंगे। जैसा सुनेंगे वैसा सोचेंगे, जैसा सोचेंगे वैसा काम करेंगे, जैसा काम करेंगे वैसा हमारा स्वभाव बनेगा और जैसा हमारा स्वभाव होगा वैसा ही चरित्र बनेगा। इसलिए दिमाग को नियंत्रित करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमारे उद्देश्य स्पष्ट और उसके लिए कार्य अनुशासनपूर्ण होने चाहिए। उन्होंने कहा कि ऊंचाइयों पर पहुंचना तो आसान होता है पर उसे पर बने रहने के लिए ज्यादा परिश्रम करना पड़ता है। श्री महाना ने वर्तमान में जीने, समय प्रबंधन, सेवा, दूसरे के सम्मान के साथ विद्यार्थियों को मन, कर्म व वचन में एकरूपता लाने की नसीहत भी दी।
सीएम ने किया शीलता और साहस से कानून व्यवस्था को मजबूत
अपने संबोधन में विधानसभा अध्यक्ष श्री महाना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली और उनके संरक्षण में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के कार्यों की मुक्तकंठ से सराहना की। उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने अपनी शीलता और साहस से उत्तर प्रदेश के कानून व्यवस्था को मजबूत किया है। योगी जी की प्रसिद्ध विश्व भर में है।
हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. आमोदकांत /बृजनंदन
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