'काउ-कोट' के जरिए गौशालाओं में गौवंशों का शीतलहर से हाेगा बचाव
फिरोजाबाद, 29 दिसंबर (हि.स.)। जिलाधिकारी के निर्देश पर जनपद की समस्त गौशालाओं में शीत लहर और बढ़ती ठंड से निराश्रित गोवंश को बचाने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन द्वारा पशुओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए पुख्ता रणनीति अपनाई गई है।
जिला प्रशासन के अनुसार सभी गौशालाओं में ठंडी हवाओं को रोकने के लिए बाड़े के चारों ओर मोटे तिरपाल और टाट-पट्टी के पर्दे लगाए गए हैं। साथ ही गोवंशों की सुरक्षा हेतु 'काउ-कोट' की व्यवस्था की गयी है। फर्श पर नमी और ठंड से बचाने के लिए पुआल और भूसे की मोटी परत बिछाई गयी है। रात्रि के समय गौशाला परिसरों में सुरक्षित स्थानों पर अलाव जलाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि तापमान अनुकूल बना रहे।
पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए चारे के साथ गुड़ और चोकर का मिश्रण दिया जा रहा है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए है कि डॉक्टरों की टीम प्रतिदिन गौशालाओं का भ्रमण कर पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण करें।
जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया है कि गौवंश की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों और ग्राम प्रधानों को जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि निराश्रित गौवंश की सेवा और संरक्षण हमारी प्राथमिकता है। ठंड के कारण किसी भी पशु को क्षति नहीं पहुँचनी चाहिए।
जिलाधिकारी ने आम जनमानस से भी अपील की है कि यदि कहीं कोई निराश्रित पशु खुले में ठंड से पीड़ित दिखे, तो तुरंत स्थानीय प्रशासन को सूचित करें।
हिन्दुस्थान समाचार / कौशल राठौड़

