भीषण गर्मी में कानपुर प्राणि उद्यान के जानवरों का सहारा बन रहे कूलर और फव्वारे

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भीषण गर्मी में कानपुर प्राणि उद्यान के जानवरों का सहारा बन रहे कूलर और फव्वारे


भीषण गर्मी में कानपुर प्राणि उद्यान के जानवरों का सहारा बन रहे कूलर और फव्वारे


भीषण गर्मी में कानपुर प्राणि उद्यान के जानवरों का सहारा बन रहे कूलर और फव्वारे


- जानवरों को चिकित्सकों के निर्देशानुसार दिया जा रहा है भोजन

- दर्शकों के लिए जगह-जगह लगाए गये पंखे, पानी की भी की गई व्यवस्था

कानपुर, 01 जून (हि.स.)। शहर में नौतपा का दौर जारी है और भीषण गर्मी से जहां लोग बिलबिला रहे हैं तो वहीं कानपुर प्राणि उद्यान भी इससे अछूता नहीं है। यहां पर हांफते जानवर बाड़ों में दिखते हैं, हालांकि प्राणि उद्यान की ओर से जानवरों को भीषण गर्मी से बचाने के लिए हर संभव प्रयास किये गये हैं। शेर के बाड़े में जहां कूलर लगा है तो वहीं हिप्पो और दरियाई घोड़ों के लिए फव्वारे की व्यवस्था की गई है। इसके साथ बहुत से जानवरों के बाड़ों में गीले बोरे लटकाए गये हैं।

कानपुर प्राणि उद्यान दर्शकों के लिए बहुत ही लोकप्रिय है यहां पर सभी प्रकार पशु पक्षी देखने को मिलते हैं। इन दिनों भले ही भीषण गर्मी पड़ रही हो लेकिन छुट्टियां मनाने के लिए दर्शकों की पहली पसंद चिड़ियाघर ही है। हालांकि भीषण गर्मी के चलते जानवर अपने घरों से बाहर निकलने से बचते हैं जिससे दर्शकों में मायूसी छा जाती है। इन सबके बावजूद दर्शक खूब पहुंच रहे हैं और उनके लिए प्राणि उद्यान की ओर से विशेष व्यवस्था की गई है। जगह-जगह पंखे लगाए गये हैं और दर्शकों को पर्याप्त ठंडा पानी मिल रहा है। वहीं जानवरों को भीषण गर्मी से बचाने के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं की गई हैं। शेर व चीता के बाड़ों में कूलर लगाए गये हैं और हिप्पो व दरियाई घोड़ों के लिए फव्वारे की व्यवस्था की गई है। यहां तक पहली बार चिड़ियाघर में शेर चीता के बाड़ों में भी फव्वारा अंदर लगा दिए गए हैं जिससे कि वहां की जमीन ठंडी रहे और उन्हें गर्मी ना लगे। इसी तरह से खाने-पीने को लेकर भी जानवरों का विशेष ख्याल रखा गया है शाकाहारी जानवरों से लेकर मांसाहारी जानवरों के लिए गर्मी की डाइट चार्ट तैयार की गई। भालू के तो अपने ही मजे हैं क्योंकि कानपुर के प्राणी उद्यान का भालू रोजाना 7 किलो की फ्रूट आइसक्रीम मजे लेकर खा रहा है। इतना ही नहीं कानपुर चिड़ियाघर प्रशासन द्वारा गर्मी के प्रकोप को देखते हुए जानवरों के बाड़ो और पिंजरों में खसखस की चटाई, वॉटर फाउंटेन के साथ पानी की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। साथ ही जानवरों के खान-पान पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

भोजन का विशेष ख्याल

कानपुर प्राणि उद्यान के वन अधिकारी प्रशासन नावेद इकराम ने बताया कि गर्मी के चलते जानवरों के लिए टेंपरेचर को घटाने के लिए सुविधा की गई है। कहीं कूलर तो कहीं फव्वारे की व्यवस्था करी गई है ताकि किसी भी जानवर को कोई भी समस्या ना हो। इसके साथ ही आने वाले दर्शकों के लिए भी जगह-जगह पंखे भी लगाए गए हैं। इसके अलावा जानवरों के भोजन का विशेष ख्याल रखा गया है और यहां पर सभी प्रकार के जीव जन्तुओं की संख्या करीब 1500 है। चिकित्सकों के निर्देशानुसार ही जानवरों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।

प्राणि उद्यान के पशु चिकित्सक डा. अनुराग कुमार सिंह ने बताया कि शाकाहारी जानवरों को फल और फ्रूट दिए जा रहे हैं। इस बात का ख्याल रखा जा रहा है कि उन्हें रसदार और गर्मी के मौसम में खाए जाने वाले फल जैसे तरबूज, खीरा, ककड़ी, खरबूजा इत्यादि दिया जा रहा है। इसके अलावा जो पीने का पानी उन्हें दिया जा रहा है उसमें ओआरएस और इलेक्ट्रॉल का घोल दिया जा रहा है। मांसाहारी जानवरों के लिए भी एतिहात बरता जा रहा है उनके खाने की डाइट को कम कर दिया गया है जिससे कि उन्हें डिहाइड्रेशन की समस्या ना हो।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/बृजनंदन

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