प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल सार्थक दिशा में होना चाहिए: आनंदीबेन पटेल
—महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का 46वां दीक्षान्त समारोह सम्पन्न
—शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार,जिसका उपयोग आप दुनिया को बदलने के लिए कर सकते हैं: आर के त्यागी
—काशी आदिकाल से शिक्षा, ज्ञान, विज्ञान, विवेक, संस्कृतिक चेतना, मानवता की भूमि रही है: उच्च शिक्षा मंत्री
वाराणसी,25 सितम्बर (हि.स.)। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 46वें दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलाधिपति और प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रौद्योगिकी के सार्थक इस्तेमाल पर जोर दिया। उन्होंने डिग्री प्राप्तकर्ता विद्यार्थियों से व्यावहारिक जीवन में आने वाली चुनौतियों और आने वाले वर्षों में होने वाले बदलाव के लिए भी तैयार रहने को कहा।
राज्यपाल ने बुधवार को दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि पावर ग्रिड कार्पोरेशन के सीएमडी आर. के. त्यागी के साथ विभिन्न पाठ्यक्रमों में सर्वोच्च अंक पाने वाले 18 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किया। दीक्षांत समारोह में कुल 97,252 डिग्रियां और उपाधियां वितरित हुईं। जिनको कुलाधिपति ने बटन दबाकर डिजिलाकर पर अपलोड किया। राज्यपाल और मुख्य अतिथि ने महात्मा गांधी, पं. दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. आंबेडकर के विचारों पर आधारित एक 'स्मारिका' तथा गांधी, अंबेडकर और दीनयाल पुस्तक का विमोचन भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सभी पदक तथा उपाधि प्राप्तकर्ता विद्यार्थियों को बधाई दी। और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि छात्राएं लगातार आगे बढ़ने के लिए प्रयास कर रही हैं। वर्तमान में हम देख रहे हैं कि शासकीय विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राएं तेज गति से आगे बढ़ रही हैं। आज गोल्ड मेडल प्राप्त करने वालों में भी छात्राओं की संख्या छात्रों से अधिक है। राज्यपाल ने बताया की इस वर्ष शिक्षा का बजट 1.48 लाख करोड़ दिया गया है । जिसका सभी को लाभ लेना चाहिए। अगले पांच वर्षों में भारत के एक करोड़ विद्यार्थियों को देश की शीर्ष कंपनियों में इंटर्नशिप करने को मौका दिया जायेगा। जिससे उनको उचित जगह कार्य करने का मौका मिल सके। उन्होंने कहा कि कौशल विकास के लिए मिलने वाले 7.5 लाख के ऋण का उचित लाभ आप सभी लें। ऊर्जा की बचत के लिए उन्होंने बिजली, पानी बचत के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के 33 विश्वविद्यालय को समर्थ पोर्टल से जोड़ते हुए 200 करोड़ की बचत की गयी है। उन्होंने कहा कि माँ के गर्भ में पल रहे शिशु को भी संगीतमय वातावरण देना चाहिये। राज्य सरकार चाहती है कि गर्भवती के सभी प्रसव अस्पतालों में हो जबकि अभी वर्तमान में 85 प्रतिशत प्रसव अस्पतालों में हो रहा है। अस्पताल में प्रसव से हम नवजात शिशु की उचित देखभाल उचित समय पर सकेंगे । कार्यक्रम में राज्यपाल ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को सौ किट भी प्रदान किया। दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पावर ग्रिड कार्पोरेशन के सीएमडी आर. के. त्यागी ने कहा कि वर्षों के त्याग तथा परिश्रम के बाद आप इन ऊँचाइयों पर पहुंचे हैं। अब राष्ट्र उत्थान में आप सभी अपना योगदान दें। उन्होंने काशी विद्यापीठ को स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान आंदोलन का केंद्र बताते हुए भारतीय समाज में विश्वविद्यालय के योगदान का उल्लेख किया। उन्होंने 2047 तक भारत के विकसित होने के लक्ष्यों में शिक्षा को सबसे महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि केवल शिक्षा डिग्री प्राप्त करना नहीं बल्कि अपनी जड़ों को मजबूत करना ही असली शिक्षा का उद्देश्य है। उन्होंने नेल्सन मंडेला के प्रसिद्ध वाक्य शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है जिसका उपयोग आप दुनिया को बदलने के लिए कर सकते हैं को उल्लिखित किया। उन्होंने पावर ग्रिड द्वारा राष्ट्र उत्थान में किये जा रहे प्रयासों को भी बताया। समारोह में विशिष्ट अतिथि प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने पदक पाने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए सभी को इन ऊँचाइयों तक पहुंचाने में उनके माता-पिता तथा गुरूजनों के योगदान को सराहा। उन्होंने कहा कि काशी आदिकाल से शिक्षा, ज्ञान, विज्ञान, विवेक, संस्कृतिक चेतना, मानवता की भूमि रही है ऐसी काशी को उन्होंने प्रणाम करते हुए यहां लगातार हो रहे विकास पर सभी का ध्यान खींचा। उन्होंने बताया कि आज उत्तर प्रदेश शिक्षा का हब बन चुका है। सर्वाधिक नैक ग्रेड प्राप्तकर्ता विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश में हैं। समारोह में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने विद्यार्थियों को बिना घबराये अपने लक्ष्य के प्रति बिना किसी नकारात्मक भावना के चुनौतियों से लड़ते हुए आगे बढ़ने को कहा। रजनी तिवारी ने कहा कि ज्ञान ही शक्ति है इसी के आधार पर आप राष्ट्र के उन्नति में अपना योगदान दें तथा आप अपने अंदर विनीत भाव लाते हुए प्रधानमंत्री के 2047 तक भारत के विकसित होने के लक्ष्य को प्राप्त करें। समारोह में काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनंद त्यागी ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को बताया। इसके पहले दीक्षांत समारोह की शुरुआत शैक्षिक शिष्ट यात्रा और राष्ट्रगान से हुई। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, राष्ट्र रत्न शिव प्रसाद गुप्त एवं भारत रत्न आचार्य भगवान दास के चित्रों पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण के उपरांत समारोह में छात्राओं ने मंगलाचरण तथा कुलगीत प्रस्तुत किया।
—समारोह में इनकी रही उपस्थिति
अजगरा भाजपा विधायक टी. राम, कुलसचिव डॉ संगीता पांडेय समेत सामाजिक विज्ञान संकाय, मानविकी विज्ञान, प्रबंध संकाय, शिक्षा संकाय, विधि संकाय, कृषि संकाय, हिन्दी पत्रकारिता संस्थान के संकाय प्रमुखों की मौजूदगी रही।
—सोनभद्र जिले की 10 विशिष्ट आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कृत
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोनभद्र जिले की 10 विशिष्ट आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सम्मानित किया। इस दौरान जिलाधिकारी सोनभद्र बद्रीनाथ सिंह,मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी की उपस्थिति रही। कार्यक्रम में होप वेल्फेयर ट्रस्ट द्वारा गावों को नशा मुक्त कराने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की गई। इसके लिए ग्रीन आर्मी से जुड़ी उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं तथा बच्चियों को साड़ी तथा पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया गया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सोनभद्र की विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों को 100 किट भी प्रदान किया।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी
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