आईएमएस बीएचयू में नेशनल सेंटर ऑफ एजिंग का निर्माण कार्य ने जोर पकड़ा

आईएमएस बीएचयू में नेशनल सेंटर ऑफ एजिंग का निर्माण कार्य ने जोर पकड़ा
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आईएमएस बीएचयू में नेशनल सेंटर ऑफ एजिंग का निर्माण कार्य ने जोर पकड़ा


-बुर्जुग रोगियों के लिए वरदान से कम नहीं, 200 बेड का बनेगा सेंटर

वाराणसी, 04 मई (हि.स.)। आईएमएस बीएचयू में 200 बेड के नेशनल सेंटर ऑफ एजिंग (एनसीए) का निर्माण कार्य ने जोर पकड़ लिया है। बुजुर्गों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीएचसीई) के तहत क्षेत्रीय जराचिकित्सा केंद्र (आरजीसी) को तीसरे राष्ट्रीय वृद्धावस्था केंद्र (एनसीए) में अपग्रेड करने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने जराचिकित्सा चिकित्सा विभाग आईएमएस बीएचयू में मंजूरी पिछले वर्ष दे दी थी।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने आईएमएस, बीएचयू में एनसीए की स्थापना के लिए एमएस एचएलएल इंफ्रा टेक सर्विसेज लिमिटेड को परियोजना प्रबंधन सलाहकार के रूप में चुना है। इसके लिए कम्पनी ने पिछले साल दिसंबर महीने में निविदा जारी की थी और फरवरी में कांट्रेक्टर को काम आवंटित किया गया था।

नेशनल सेंटर फॉर एजिंग (एनसीए) का दायरा वरिष्ठ जन स्वास्थ्य योजना के अनुरूप होगा, जो एनपीएचसीई के परिचालन दिशानिर्देशों द्वारा निर्देशित होगी। सभी एनसीए के बीच एकरूपता बनाए रखने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक तकनीकी सलाहकार समिति बनाई है। जिसके सदस्य के रूप में स्वास्थ्य मंत्रालय से आईएमएस बीएचयू में जिरियाट्रिक (जरा चिकित्सा) विभाग में एनपीएचसीई के नोडल अधिकारी प्रोफेसर अनुप सिंह को चुना गया है।

200 बेड के एनसीए का निर्माण लगभग 2045 वर्ग मीटर क्षेत्र में किया जाएगा। और पूरी परियोजना 18 महीने की अवधि में पूरी की जाएगी। इससे बुनियादी ढांचे और मानव संसाधनों में जराचिकित्सा विभाग चिकित्सा का विस्तार होगा जो बुजुर्ग मरीज़ों की देखभाल में पूर्वांचल और आसपास के क्षेत्र की जराचिकित्सा सेवाओं को सुदृढ़ करने का काम करेगा। एनसीए का मुख्य उद्देश्य स्नातकोत्तर एमडी जराचिकित्सा सीटों को प्रति वर्ष 15 तक बढ़ाना और डॉक्टरों और पैरामेडिक्स के लिए विभिन्न अल्पकालिक पाठ्यक्रम शुरू करना है। बुजुर्ग रोगियों को अन्य सुपर स्पेशियलिटी विभागों में आसानी से परामर्श करने के लिए एनसीए को सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक के निकट स्थान को चुना गया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय बुजुर्गों (वरिष्ठ नागरिकों) के लिए काम कर रहे विभिन्न मंत्रालयों मे समन्वय के साथ काम कर रहा है। इसके अलावा क्षमता निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/राजेश

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