साइकिल की सवारी छोड़ उज्ज्वल हुए कांग्रेसी, प्रयागराज से लड़ेंगे चुनाव
![साइकिल की सवारी छोड़ उज्ज्वल हुए कांग्रेसी, प्रयागराज से लड़ेंगे चुनाव](https://livevns.news/static/c1e/client/84451/downloaded/2c08f8d5d829bc7ad58cc2593a7ba74a.jpg)
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लखनऊ, 02 अप्रैल (हि.स.)। समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में मंत्री रह चुके और सपा के दिग्गज नेता कुंवर रेवती रमण सिंह के पुत्र उज्ज्वल रमण सिंह ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। प्रयागराज की सीट समझौते के तहत कांग्रेस के खाते में है। इस कारण उज्ज्वल रमण कांग्रेस से प्रयागराज से चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने उन्हें सदस्यता दिलाई।
अविनाश पांडेय ने कहा कि प्रयागराज नेहरू परिवार का गृह क्षेत्र रहा है। वहां से उज्जल रमण का आना पार्टी के लिए अहम है। उनके आने से पार्टी को ताकत मिलेगी। वह सपा में लंबे समय तक रहे। वह लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला करेंगे।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि उज्ज्वल रमण के आने से पार्टी को ताकत मिली है। उनके साथ मिलने से पूरे प्रदेश में दमदारी से चुनाव लड़ा जाएगा। आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि गठबंधन के तहत प्रयागराज में नई इबारत लिखी जाएगी।
उज्ज्वल रमण ने कहा कि संविधान खतरे में है। जनतंत्र खतरे में है। भाजपा का विरोध करने के लिए हम सभी एकजुट हैं। दोनों दलों के नेताओं का विश्वास मिला। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की सहमति के आधार पर प्रयागराज लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतरने जा रहे हैं। कोशिश होगी कि प्रयागराज सीट उनकी झोली में डाल सकूं।
प्रयागराज के बरांव गांव में जन्में उज्ज्वल रमण के पिता रेवती रमण ने सांसद बनने के बाद करछना सीट छोड़ दी थी। इसके वे पहली बार करछना विधानसभा सीट से विधायक बने। चूंकि उस समय मुलायम सिंह यादव की सरकार थी, इसलिए उन्होंने पर्यावरण मंत्री के रूप में भी राज्य में काम किया था और आगरा, लखनऊ और कानपुर में संपीड़ित प्राकृतिक गैस का शुभारंभ किया था। उन्होंने 'बीज विकास निगम' के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में वह करछना से दोबारा विधायक चुने गए। उनकी जीत उनकी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण थी क्योंकि वह इलाहाबाद और आसपास के निर्वाचन क्षेत्रों में समाजवादी पार्टी से जीतने वाले एकमात्र प्रत्याशी थे।
हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र/सियाराम
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