सरकार की गलत नीतियों के चलते बिजली कर्मियों की हड़ताल : कांग्रेस
—कार्यकर्ताओं ने लहुराबीर आजाद पार्क में दिया धरना, बिजली की दुर्व्यवस्था के खिलाफ सरकार पर साधा निशाना
वाराणसी,18 मार्च (हि.स.)। बिजली कर्मियों की हड़ताल से मचे हाहाकार और पेयजल संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सियासत भी शुरू हो गई है। बिजली की दुर्व्यवस्था के खिलाफ जनता के हित में शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लहुराबीर स्थित आजाद पार्क में पार्टी के प्रदेश प्रांतीय अध्यक्ष,पूर्व मंत्री अजय राय के नेतृत्व में जमकर धरना दिया। पार्टी के नेताओं ने बिजलीकर्मियों के हड़ताल के लिए योगी सरकार को सीधे जिम्मेदार ठहराया।
प्रदेश के पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि बिजलीकर्मियों की हड़ताल के लिए योगी सरकार ज़िम्मेदार है। सरकार को कर्मचारियों और जनता के हित को देखते हुए जल्द से जल्द इसका उचित समाधान निकलना चाहिये था । आज बिजली पानी के लिए पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है । बिजली न आने की वजह से जलापूर्ति भी बाधित है। सरकार ने बड़े - बड़े दावे किए कि तैयारी पूरी है। क्या यही तैयारी है लोग बिजली पानी को तरस रहे हैं। वाराणसी प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र है। जहां आज प्रदेश के मुख्यमंत्री दौरा करके लौटे हैं । वहां बिजली पानी के लिए त्राहिमाम मचा हुआ है । प्रदेश भर के बिजलीकर्मी इस समय 72 घण्टे की हड़ताल पर हैं।
राय ने आरोप लगाया कि हड़ताल की वजह यह है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बिजलीकर्मियों को धोखा दिया है। ऊर्जा मन्त्री के साथ लिखित समझौते के बावजूद उनकी माँगों को मानने से इनकार कर दिया गया है। अन्य नेताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार बिजलीकर्मियों के साथ इस प्रकरण का हल निकाले। बिजली की आपूर्ति तत्काल सरकार सुनिश्चित करे। सिर्फ खोखले वादे से कार्य नही होता है। तत्काल रूप से बिजली आपूर्ति सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
धरना प्रदर्शन् में जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल,महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, मकसूद खां, सीताराम केशरी,वीरेन्द्र कपूर,पीसीसी सदस्य सफ़क़ रिजवी,पंकज चौबे,डॉ अख्तर अली,असलम खां आदि शामिल रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर
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