13 दिवसीय भोजपुरी लोकगीत प्रस्तुतीपरक कार्यशाला का समापन*

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13 दिवसीय भोजपुरी लोकगीत प्रस्तुतीपरक कार्यशाला का समापन*


13 दिवसीय भोजपुरी लोकगीत प्रस्तुतीपरक कार्यशाला का समापन*


13 दिवसीय भोजपुरी लोकगीत प्रस्तुतीपरक कार्यशाला का समापन*


गोरखपुर, 29 अक्टूबर (हि.स.)। सांसद रवि किशन शुक्ल ने कहा कि लोक कला तथा संस्कृति को आगे बढ़ावा देने के लिए कार्यशाला का आयोजन होना बेहद जरूरी है। सबसे अच्छी बात यह है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कला, संस्कृति तथा कलाकारों को हमेशा प्रोत्साहन, सहयोग और सम्मान करते रहते हैं।

संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश तथा दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्व विद्यालय के ललित कला एवं संगीत विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित 13 दिवसीय भोजपुरी लोकगीत प्रस्तुतीपरक कार्यशाला का समापन समारोह में बोलते हुए रवि किशन ने कहा कि इन प्रतिभावान कलाकारों को आगे बढ़ाने के लिए मै हमेशा उनके साथ रहूंगा।

विश्वविद्यालय के संवाद भवन में आयोजित कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि पूर्व मेयर डॉ. सत्या पांडे ने कहा कि पूर्वांचल की पारंपरिक लोक संगीत में एक ऐसी मिठास है जिसकी गारी भी मनमोहक लगती है।

कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने कहा कि भोजपुरी लोक संगीत बहुत ही सुनहरी संगीत है। इसे दूषित होने से बचाने के लिए ऐसी कार्यशालाएं होना जरूरी है। इसके लिए उन्होंने मुख्य प्रशिक्षक राकेश उपाध्याय को धन्यवाद दिया।

कार्यशाला महाकुंभ प्रयाग राज- 2025 एवं मिशन शक्ति के अंतर्गत आयोजित हुई। कार्यक्रम की शुरुआत में ललित कला एवं संगीत विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर उषा सिंह ने सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। इसके बाद छात्र छात्राओं द्वारा पचरा गीत, देवी गीत, छठ गीत तथा विवाह गीत की सुंदर प्रस्तुति की गई।

इस अवसर पर प्रोफेसर अनुभूति दुबे अधिष्ठाता छात्र कल्याण, प्रोफेसर राजवंत राव अधिष्ठाता कला संकाय, डॉ. गोर हरि बेहरा, प्रोफेसर उमा श्रीवास्तव, डॉक्टर गौरी शंकर चौहान, डॉ. प्रदीप साहनी, डॉक्टर प्रदीप राजोरिया तथा अनेक विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय

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