कर्नल सोफिया की बोली बहन, खत्म कर देना चाहिये पाकिस्तान


कर्नल सोफिया कुरैशी का बुंदेलखंड कनेक्शन
भतीजी जोया मानती है सोफिया को अपना आदर्श
झांसी, 8 मई (हि.स.)। ऑपरेशन सिंदूर का नेतृत्व करने वाली महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी व विंग कमांडर व्योमिका सिंह रातों-रात भारत ही नहीं विश्व में चर्चित हो गई हैं। लेकिन यह बात कम ही लोग जानते हैं कि हिन्द की शेरनी कर्नल सोफिया कुरैशी का उप्र व मप्र के बुंदेलखंड क्षेत्र से गहरा नाता है। उन्होंने मप्र के छतरपुर जिले के नौगांव में कक्षा एक से तीन तक की अपनी प्राम्भिक शिक्षा पूर्ण की तो वहीं झांसी के भट्टा गांव में उनके चाचा का परिवार रहता है। उनकी चचेरी बहन शबाना अपनी बहन की बहादुरी को सुन भाव विभोर हो गई। उसने साफ लब्जों में कहा कि पाकिस्तान की नापाक हरकतों के लिए उसे खत्म कर देना चाहिए। उसने कहा हमें गर्व है कि हमारी बहन ने पाकिस्तान को अच्छा सबक सिखाया। सुबह से ही उनके घर मिठाईयां खिलाने वालों की भीड़ लगी थी।
चचेरी बहन शबाना कुरैशी ने बताया- सोफिया और उनकी बहन शाइना शुरू से पढ़ाई में काफी तेज थीं। तीसरी तक हम लोगों के साथ नौगांव में पढ़ाई की। इसके बाद ताऊजी का बड़ौदा ट्रांसफर हो गया। वे दोनों भी उनके साथ चली गईं। सोफिया ने जो बहादुरी का कार्य किया, वह हम लोगों के लिए बहुत गर्व की बात है। मेरे पिताजी तीन भाई थे। सभी बीएसएफ में ही थे। अभी मेरा भाई भी बीएसएफ में तैनात है। उसने यह भी बताया कि बबीना में सोफिया ने ट्रेनिंग की। यहीं पर उसे मेजर बनाया गया था। उसके बाद उसकी तैनाती गुजरात हो गई।
उसने आगे कहा कि सोफिया छोटे से ही सेना में जाना चाहती थीं। उनके अंदर शुरू से ही देश सेवा करने का जज्बा था। मेरी बहन ने सेना में रहते हुए कई उपलब्धियां हासिल कीं। मार्च 2016 में जब वह लेफ्टिनेंट कर्नल थीं, तो उन्होंने बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में सेना की टुकड़ी का नेतृत्व किया। ऐसा करने वाली वह पहली महिला अफसर थीं।
पूरा खानदान देश की सेवा में
सोफिया के चाचा शहीद कुरैशी ने बताया- सोफिया मेरी भतीजी है। मेरा पूरा खानदान देश की सेवा में है। सोफिया ने जो किया, वह विरोधियों के लिए मुंहतोड़ जवाब है। पढ़ाई के कारण मेरी सोफिया से कम मुलाकात होती थी, लेकिन जब भी हुई, वह बस अपने नाना और बाबा की तरह आर्मी में जाने की बात करती थी।
मैं भी बुआ की तरह बनना चाहती हूं
सोफिया की भतीजी जोया कुरैशी ने कहा कि वह अपनी बुआ सोफिया की तरह बनना चाहती है और देश की सेवा करना चाहती है। उसने कहा कि मुझे अपनी खाला पर प्राउड है। वह हमारी रोल मॉडल हैं। जो लोग कहते हैं कि हर मुसलमान आतंकवादी है। हर मुसलमान बुरा नहीं है, यह उन्होंने साबित किया। मैं उनके जैसा ही बनना चाहती हूं। मेरे पिताजी भी उनके जैसा बनने के लिए हमें प्रेरित करते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया