कर्मचारी उत्पीड़न मामले में कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया

कर्मचारी उत्पीड़न मामले में कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया
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कर्मचारी उत्पीड़न मामले में कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया


- एसडीएम सदर अविनाश कुमार गौतम के खिलाफ लामबद्ध हुए कलेक्ट्रेट कर्मी

- एक सप्ताह में जांचकर कार्यवाही न हुई तो कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं कर्मचारी

कन्नौज,11 मार्च (हि.स.)। सहायक वासिल वाकी नवीस को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करवाकर अपने न्यायालय में प्रस्तुत करवाने पर उत्तर प्रदेश मिनीस्ट्रियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ ने उप जिला मजिस्ट्रेट सदर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

संगठन के जिलाध्यक्ष बदन सिंह ने पीड़ित कर्मचारी के शिकायती पत्र का तत्काल संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर एक सप्ताह में निष्पक्ष जांच करवाकर दोषी अधिकारी के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने की मांग की है। सोमवार को ज्ञापन देने के बाद संगठन ने ऐलान किया कि अगर सप्ताह भर में प्रकरण का निस्तारण न किया गया तो संघ द्वारा बैठक कर अग्रिम रणनीति पर विचार किया जायेगा।

उत्तर प्रदेशीय मिनिस्ट्रीयल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ कन्नौज के जिलाध्यक्ष बदन सिंह, महामंत्री प्रभात कुमार त्रिपाठी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनूप सक्सेना, उपाध्यक्ष नितिन राजपूत, कोषाध्यक्ष नबाव खां, आडीटर रामसिंह यादव, संयुक्त मंत्री नीलम लता, संगठन मंत्री तनुज कुमार सिंह व अखिलेंद्र सिंह ने संगठन के संरक्षक सुल्तान आलम खां तथा राजीव कुमार हजेला की अगुवाई में जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल को आज ज्ञापन सौंपा। डीएम को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि तिर्वा तहसील के सहायक वासिल वाकी नवीस विद्याराम ने आज संगठन को शिकायत पत्र देकर अवगत कराया कि 10 मार्च 2024 को उप जिलाधिकारी सदर अविनाश कुमार गौतम तहसील टीम के साथ ग्राम परसपुर में चकरोड की पैमाईश करने गए थे।

एसडीएम की टीम ने द्वारा अभिलेख मानचित्र से पैमाईश न करके विद्याराम व उसके भाइयों के खेत गाटा संख्या 507 से 516 तक में चकरोड निकाल दिया गया। मौके पर मौजूद सहायक वासिल वाकी नवीस विद्याराम को उप जिलाधिकारी सदर द्वारा जबरन पुलिस के हवाले कर पुलिस गाड़ी से थाने ले जाया गया और पुलिस द्वारा कर्मचारी को हथकड़ी लगाकर धारा 151 के तहत चालान कर न्यायालय उप जिलाधिकारी सदर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। कमर्मचारी को जमानत करानी पड़ी। इससे कर्मचारी को गहरा आघात पहुंचा है। यह कृत्य कलेक्ट्रेट कर्मचारी कन्नौज के परिवार की प्रतिष्ठा व मान सम्मान के विरुद्ध है।

जिलाधिकारी को दिए गए ज्ञापन में कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ ने मांग की है कि उपजिलाधिकारी सदर द्वारा कलेक्ट्रेट कर्मचारी विद्याराम से बिना वार्ता किए अथवा बिना उसका पक्ष सुने उसके विरुद्ध की गई अभद्रता की जांच कराई जाए। प्रश्नगत चकमार्ग की पैमाईश तहसील सदर के अधिकारियों अधिकारियों के अतिरिक्त किसी अन्य टीम से निष्पक्ष कराई जाए, अभिलेखों में अंकित चकमार्ग के अनुसार ही चकमार्ग बनाया जाए, वर्तमान में बनाए जा रहे विद्याराम व उसके भाइयों के खेत के चकमार्ग के कार्य को तत्काल रोका जाए, सदर तहसील में तैनात कानूनगो हिमांशु पांडेय जिनकी कार्य प्रणाली पहले से ही संदिग्ध है उनके विरुद्ध जांच कराई जाए, उक्त चक मार्ग के संबंध में न्यायालय सिविल जज जूनियर डिविजन कन्नौज के न्यायालय में वाद संख्या 773/2023 गोविंद बनाम श्रीकृष्ण विचाराधीन होने के बावजूद की गई पैमाईश की जांच कराई जाए।

इस संबंध में कर्मचारी विद्याराम के भाई गोविंद कुमार द्वारा 23.11.2023 को जिलाधिकारी को संबोधित दिए गए प्रार्थना पत्र पर प्रभारी अधिकारी (जन शिकायत) द्वारा उपजिलाधिकारी सदर को दिए गए निर्देश कृपया भूचित्र में नियत स्थल पर ही रास्ते का चिन्हांकन किया जाए के बावजूद विद्याराम व उसके भाइयों के खेत में चकमार्ग का चिन्हांकन किया गया। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि उपरोक्त प्रकरण की अगर एक सप्ताह में निष्पक्ष जांच न हुई तो अगली रणनीति पर संगठन द्वारा विचार किया जायेगा ।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव झा/मोहित

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