कम्बल न खरीदने पर उप्र के तीन जिलों के जिलाधिकारियों से जवाब-तलब
लखनऊ, 21 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में शीतलहर और ठंड के मद्देनजर योगी सरकार ने अलाव और कम्बलों की मुकम्मल व्यवस्था करने के निर्देश पहले ही दे दिये हैं। प्रदेश के सभी 75 जिलों के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर इसके लिए 29 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किये जा रहे हैं। वहीं 72 जिलों में कम्बलों की खरीद का कार्य पूरा कर लिया गया है, जबकि तीन जिलों में विलम्ब होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी व्यक्त की है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर तीनों जिलों के जिलाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि कहीं भी अलाव और कम्बल की कमी न होने पाए। साथ ही कम्बल की गुणवत्ता से भी किसी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए। जिलों में कम्बल वितरण और अलाव की व्यवस्था की निगरानी सीधे मुख्य सचिव स्तर पर की जा रही है। सरकार की ओर से प्रदेश के सभी 75 जिलों के लिए जहां कम्बल की खरीद के लिए 27.27 करोड़ रुपए खर्च किये जा रहे हैं वहीं अलाव के लिए 1.77 करोड़ की व्यवस्था की गई है।
--कानपुर देहात, संभल और एटा के जिलाधिकारियों से जवाब-तलब
अब तक प्रदेश के 72 जिलों में कम्बलों क्रय की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, जबकि कानपुर देहात, संभल और एटा में इस कार्य में हो रहे विलम्ब पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की है। मुख्यमंत्री योगी ने इन जिलों के जिलाधिकारियों से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये हैं।
प्रदेश में अब तक 3,30,794 कंबलों की हुई खरीद
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता का कहना है कि 20 दिसम्बर तक प्रदेश में 3,30,794 कम्बलों की खरीद पूरी कर ली गई है, जबकि 45,293 कम्बलों को वितरित भी किया जा चुका है। वहीं प्रदेश भर में 1,199 रैन बसेरों को संचालित किया जा चुका है। साथ ही अलाव जलाने के लिए प्रति तहसील 50 हजार रुपए भी योगी सरकार ने आवंटित कर दिये हैं।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने खादी ग्राम उद्योग बोर्ड से खुली निविदा के माध्यम से गोरखपुर, अयोध्या, मिर्जापुर, वाराणसी, मुरादाबाद मंडलों द्वारा एल-1 की दर से कुल 24 हजार कम्बल क्रय करने के निर्देश दिए हैं। योगी सरकार की ओर से प्रदेश में शीतलहर के मद्देनजर राज्य आपदा मोचक निधि में 120 करोड़ रुपए का प्रविधान किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/पीएन द्विवेदी/विद्याकांत
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