बिजली कर्मियों की हड़ताल समाप्त होने पर नागरिकों ने ली राहत की सांस, काम पर लौटे कर्मचारी
—बिजली संकट को दूर करने के लिए व्यवस्था को सुचारू बनाने का प्रयास
वाराणसी,19 मार्च (हि.स.)। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा से वार्ता के बाद रविवार अपरान्ह में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने 72 घण्टे की सांकेतिक हड़ताल समय के पूर्व वापस लेने की घोषणा की। वाराणसी में पिछले तीन तीनों से बिजली संकट से जूझ रहे नागरिकों ने भी हड़ताल समाप्त होने पर राहत की सांस ली।
वाराणसी भिखारीपुर स्थित पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम कार्यालय के बाहर हड़ताल कर रहे कर्मचारियों ने इसकी जानकारी होने पर हर—हर महादेव के उद्घोष के साथ खुशी जताई और काम पर लौट आये। कर्मचारियों के काम पर लौटने के साथ शहर और ग्रामीण अंचल की विद्युत व्यवस्था भी शीघ्र ही पटरी पर आने की उम्मीद है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जारी बिजली संकट को दूर करने के लिए व्यवस्था को रिस्टोर किया जा रहा है।
डिस्कॉम के अधिकारियों ने बताया कि बिजली व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बनारस के साथियों को तत्काल कार्य पर लौटकर सभी खराब लाइन को दुरुस्त करने का अपील किया।
बताते चले हड़ताल के दौरान वाराणसी जिले के शहरी और ग्रामीण अंचल में कहीं 40 तो कहीं 60 घंटे तक बिजली गुल रही। इससे शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक हाहाकर मच गया। कई गांव-मोहल्लों में 36-40 घंटे से बिजली गुल होने के कारण अभी लोग स्नान और पीने के पानी के लिए परेशान रहे।
रविवार को बिजली कटौती को लेकर शहर के कई हिस्सों में लोग सड़क पर और विद्वयुत उपकेन्द्रों के सामने चक्काजाम कर प्रदर्शन करने लगे। सोशल मीडिया के जरिये लोग इसको लेकर मुखर होने लगे तब जाकर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एवं अध्यक्ष पावर कारपोरेशन के साथ संघर्ष समिति की सफल वार्ता हुई।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।