प्रभु श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में 18 से होगा दो दिवसीय रामायण उत्सव का आयोजन

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प्रभु श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में 18 से होगा दो दिवसीय रामायण उत्सव का आयोजन


प्रभु श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में 18 से होगा दो दिवसीय रामायण उत्सव का आयोजन


चित्रकूट,17 नवम्बर (हि.स.)। अयोध्या शोध संस्थान व जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय की ओर से 18 से 19 नवंबर तक आयोजित रामायण उत्सव में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। पहले दिन विश्वविद्यालय के सभागार में कार्यक्रम का उद्घाटन होगा जबकि समापन रामघाट में होगा। जिसमें भजन सम्राट अनूप जलोटा व ठुमरी सम्राट पद्म विभूषण पं. छन्नूलाल मिश्र की प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी।

शुक्रवार को जगदगुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय चित्रकूट के कुलपति प्रो0शिशिर कुमार पांडेय ने प्रेस वार्ता में बताया कि अयोध्या शोध संस्थान संस्कृति विभाग की ओर से राम वन गमन से जुड़े हुए मुख्य स्थान पर रामायण उत्सव का भव्य कार्यक्रम किया जाना है। प्रथम चरण में चित्रकूट, श्रृंगवेरपुर, अमरकंटक और वर्धा में रामायण उत्सव का आयोजन होगा।

कुलपति प्रो0पांडेय ने बताया कि चित्रकूट भगवान राम की बिहार भूमि और कर्मभूमि है। रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि हो या फिर श्री रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास हो अथवा वर्तमान में पूरे विश्व में श्री राम की संस्कृति के प्रचार करने वाले जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य हो, यह सभी चित्रकूट के मूल से जुड़े हुए हैं। ऐसे में पूरे देश में राम वनगमन पथ पर आयोजित होने वाले रामायण उत्सव का प्रारंभ चित्रकूट से किया जाना सर्वथा उपयुक्त होगा। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार एवं संस्कृति विभाग की प्राथमिकता में चित्रकूट का संस्कृत उद्धव निहित है, इसीलिए अनेकों सांस्कृतिक आयोजन करता रहता है जैसे- श्री राम जन्म महोत्सव, गोस्वामी तुलसीदास जी जयंती वाल्मीकि जयंती, रामायण कांक्लेव इत्यादि। दीपावली उत्सव पर चित्रकूट की भव्य सजावट प्रथम बार इतनी भव्यता के साथ देखने को मिली है। रामायण उत्सव भी उसमें एक कड़ी है। यह प्रथम सांस्कृतिक कार्यक्रम संस्कृति विभाग के सहयोग से किया जा रहा है।

बताया कि 18 नवंबर को विश्वविद्यालय परिसर के अष्टावक्र सभागार में रामायण उत्सव का उदघाटन उत्तर प्रदेश सरकार के जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विवि के कुलाधिपति जगदगुरू रामभद्राचार्य करेंगें।कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में बांदा-चित्रकूट सांसद आर के सिंह पटेल व सारस्वत अतिथि के रूप में महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा के पूर्व कुलपति प्रो रजनीश शुक्ला मौजूद रहेगें।

समारोह के दौरान वनवासी राम विषय पर विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। साथ ही राम वन गमन पथ की सांस्कृतिक विरासत पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी आकर्षण का केन्द्र होगी। वहीं 19 नवंबर को रामघाट आरती स्थल पर भव्य सांस्कृतिक संध्या होगी।जिसमेें वाराणसी के पदमविभूषण पं0छन्नू लाल मिश्र एवं मुम्बई के पदमश्री अनूप जलोटा की शानदार प्रस्तुति होगी।

कार्यक्रम को सफल बनाने में अयोध्या शोध संस्थान के अध्यक्ष एवं प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग मुकेश मेश्राम,आयोध्या शोध संस्थान के निदेशक डा0लवकुश द्विवेदी,उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग के विशेष सचिव राकेश चंद्र शर्मा,संस्कृति विभाग के निदेशक शिशिर आदि जुटे हुए है। प्रेस वार्ता में उत्तर प्रदेश संगीत नाटक आकदमी के सदस्य डा0गोपाल मिश्र,पी आर ओ सुधीर कुमार आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार /रतन/बृजनंदन

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