एलर्जी अस्थमा कान्क्लेव : वयस्कों के अलावा बच्चों को भी हो रही फूड एलर्जी
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लखनऊ,07 मई (हि.स.)। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के पल्मोनरी एवं क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग की ओर से विश्व अस्थमा दिवस पर दो दिवसीय एलर्जी अस्थमा कान्क्लेव 2024 का आयोजन किया गया। कान्क्लेव का उद्घाटन केजीएमयू की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने किया। कान्क्लेव में देश के कई हिस्सों से आये एलर्जी एवं अस्थमा के विशेषज्ञों ने चिकित्सकों को एलर्जी एवं अस्थमा के निदान एवं अत्याधुनिक इलाज के लिये प्रशिक्षित किया।
एसजीपीजीआई लखनऊ के पल्मोनरी रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डा. आलोक नाथ ने फूड एलर्जी और इओसिनोफिलिक एसोफैगिटिस के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि एलर्जी भी पूरे विश्व में स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण विषय है जिसका प्रसार पूरे विश्व में बहुत तेजी से बढ़ रहा है। विश्व एलर्जी संगघठन के मुताबिक 30-40 प्रतिशत लोग पूरे विश्व में एलर्जी से ग्रसित हैं। फूड एलर्जी से लगभग 6-8 प्रतिशत बच्चे एवं 2-4 प्रतिशत वयस्क ग्रसित।
डा. आलोक ने बताया कोई खास तरह का खाना खाने के बाद, शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता का बुरी तरह या खतरनाक तरीके से प्रतिक्रिया करता है। वैसे इस एलर्जी का कारण खासतौर से पता नहीं चलता लेकिन बचपन में किसी खाने से होने वाली एलर्जी बड़े होने पर ठीक हो जाती है
केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) सूर्यकांत ने भी इसके बारे में जानकारी दी। इसके अतिरिक्त, प्रोफेसर (डॉ) वीके जैन और प्रोफेसर (डॉ) पीसी कथूरिया को अस्थमा, एलर्जी और एप्लाइड इम्यूनोलॉजी में उनके असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
डॉ दीपक तलवार ने भारत में अस्थमा का बोझ सार्वजनिक स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव को कम करने के लिए व्यापक जागरूकता और प्रभावी प्रबंधन रणनीतियों की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित किया।प्रोफेसर पी सी कथूरिया ने कहा कि एलर्जेन इम्यूनोथेरेपी के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
प्रोफेसर (डॉ) सुनील कुमार ने बताया कि एलर्जिक राइनाइटिस के सर्जिकल पहलू की खोज से उपचार में नए आयाम सामने आए हैं, जो पारंपरिक उपायों से परे राहत प्रदान करते हैं।
उदघाटन समारोह में, पद्म श्री प्रो0 डॉ. डी बेहरा, प्रो. राजेन्द्र प्रसाद,डॉ. पिंकी जोवेल, आईएएस, एमडी एनएचएम,प्रोफेसर (डॉ) अमिता जैन और प्रोफेसर (डॉ) अपजीत कौर केजीएमयू की प्रो वीसी उपस्थित रहीं। पूरा कार्यक्रम केजीएमयू के पल्मोनरी क्रिटिकल केयर मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डा.वेद प्रकाश के निर्देशन में संपन्न हुआ।
हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/राजेश