यूजीसी नेट परीक्षा के पेपरलीक मामले की हो सीबीआई जांच : अभाविप
- एनटीए के प्रशासनिक अधिकारियों की जांच कर की जाए कार्रवाई
कानपुर, 21 जून (हि.स.)। एनटीए द्वारा आयोजित यूजीसी नेट परीक्षा में हुए पेपरलीक मामले को लेकर विद्यार्थियों में रोष बढ़ता जा रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्रों ने शुक्रवार को विरोध दर्ज कराते हुए यूजीसी नेट परीक्षा के पेपरलीक मामले की सीबीआई जांच की मांग कर दी। इसके साथ ही परीक्षा संचालित करने वाली संस्था एनटीए के प्रशासनिक अधिकारियों की भी जांच कर कार्रवाई की मांग की गई।
उल्लेखनीय है कि एमबीबीएस में दाखिले के लिए आयोजित परीक्षा नीट में हुई धांधली के बाद यूजीसी नेट परीक्षा में पेपर लीक का मामला सामने आ गया। दोनों परीक्षा एनटीए द्वारा आयोजित की गई और यूजीसी नेट परीक्षा को रद्द कर दिया गया। इसको लेकर प्रतियोगी परीक्षार्थियों में जबरदस्त रोष व्याप्त है और बराबर एनटीए पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
इसको लेकर शुक्रवार को अभाविप से जुड़े छात्रों ने जिलाधिकारी कानपुर नगर कार्यालय पर विरोध जताया। महानगर मंत्री मयंक पासवान ने बताया कि एनटीए द्वारा कराई जाने वाली प्रत्येक परीक्षा में समस्याएं बढ़ रही हैं और पेपर लीक हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता कम होती जा रही है। इसलिए हमारी मांग है कि यूजीसी नेट की परीक्षा में पेपरलीक के मामले की सीबीआई को जांच सौंपी जाए। एनटीए से संबन्धित सभी प्रशासनिक अधिकारियों की जांच कर उचित कार्यवाई की जाए। एनटीए को तत्काल रूप से बन्द किया जाए, साथ ही भारत सरकार व शिक्षा मंत्रालय की देख रेख में एक नई परीक्षा एजेंसी बनाई जाए और यह सुनिचित किया जाए कि भविष्य में कभी भी पपेरलीक की समस्या नहीं होगी। भविष्य में कभी भी पेपर लीक जैसी समस्या न हो, इसके लिए कठोर कानून बनाया जाए। अगर ऐसा न हुआ तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
इस दौरान आशुतोष प्रताप सिंह, हिमांशु तिवारी, प्रांजुल, अंकुश सिंह, जीशान आदि मौजूद रहें।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।