सपा विधायक के आंदोलन में पहुंचे भाकियू नेता राकेश टिकैत
मेरठ, 08 दिसम्बर (हि.स.)। निजी अस्पतालों के खिलाफ सपा विधायक अतुल प्रधान का आमरण अनशन छठें दिन शुक्रवार को भी जारी रहा। भाकियू नेता राकेश टिकैत ने धरना स्थल पर पहुंच कर आंदोलन को अपना समर्थन दिया। उन्होंने विधायक से अनशन की बजाय आंदोलन करने और आम जनता के हित में डॉक्टरों से भी सस्ता उपचार करने की अपील की।
कलक्ट्रेट में चल रहे सपा विधायक के धरने पर शुक्रवार को भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि ऐसे भी अस्पताल बने हैं, जिनके परिवार में कोई डॉक्टर नहीं है। अस्पताल ठेके पर चल रहे हैं। निजी अस्पतालों में एंबुलेंस वाले मरीज भर्ती करा रहे। मेरठ में मुजफ्फरनगर, शामली, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर आदि जिलों से मरीज आते हैं। अतुल प्रधान ठीक मुद्दे को उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को समिति बनाकर डॉक्टरों और विधायक को बुलाकर मामला सुलझाना चाहिए। चिकित्सा पेशे को व्यापार न बनाया जाए। अनाप-शनाप बिल लोगों से न वसूले जाएं। अनशन की बजाय आंदोलन चलाएं। इस आंदोलन को पूरा समर्थन है। डॉक्टरों के खिलाफ पहली बार आंदोलन हुआ है। डॉक्टरों का सभी सम्मान करते हैं, लेकिन इसका गलत फायदा न उठाएं।
विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि अब यह सभी लोगों की लड़ाई बन चुकी है। अपनी पूरी संपत्ति का ब्यौरा दे दिया है। अब डॉक्टरों को अपनी संपत्ति की घोषणा करनी चाहिए। वे 20 साल की ही नहीं, बल्कि कोरोना के बाद से अब तक की संपत्ति ही घोषित कर दें। 11 दिसम्बर को महापंचायत में कोने-कोने से लोग जुटेंगे। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से पूरे शहर को पाट दिया जाएगा। यह लड़ाई बहुत बड़ी है। उनके आंदोलन से पुलिस-प्रशासन में खलबली मची है। फर्जी अस्पतालों पर अंकुश लगाया जाए। सरकारी अस्पतालों से मरीजों को उठाकर निजी अस्पतालों में भर्ती कराया जाता है। अस्पतालों में डॉक्टर दवाओं का साल्ट लिखें, ताकि तीमारदार उसे कहीं से भी खरीद सकें। लोगों को महंगे इलाज और महंगी शिक्षा से निजात दिलाने के लिए आंदोलन किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/सियाराम
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