पहले की सरकारें वोट की लालच में धर्मनिरपेक्षता के बुर्के में छिप जाती थीं : मनीष शुक्ला

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पहले की सरकारें वोट की लालच में धर्मनिरपेक्षता के बुर्के में छिप जाती थीं : मनीष शुक्ला


लखनऊ, 16 जनवरी (हि. स.)। समाचार पत्रों में समाजवादी पार्टी की सरकार में सम्भल दंगों के आरोपितों पर से मुक़दमे वापस लिए जाने से संबंधित खबरों के प्रकाशित होने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी प्रक्रिया दी है।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि संभल का इतिहास एकतरफा दंगों का रहा है। हिंदू मारे जाते थे, काटे जाते थे, जलाये जाते थे और सरकारें मूकदर्शक बनकर वोट की लालच में धर्मनिरपेक्षता के बुर्के में छिप जाती थीं।

मनीष शुक्ला ने गुरुवार को कहा कि अब तो सबको विदित हो गया है कि 1978 के दंगाइयों पर कायम मुकदमों को 1994 में मुलायम सिंह ने वापस ले लिया था। दंगाइयों का मन इतना बढ़ा हुआ था कि वो ये बर्दाश्त नहीं कर पाए कि कोई न्यायालय कैसे सर्वे का आदेश दे सकती है ? प्रशासन कैसे सर्वे टीम को सुरक्षा दे रही है। लेकिन दंगाई, वहाँ के समाजवादी पार्टी के सांसद, वहाँ के विधायक के बेटे भूल गए कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार है। योगी आदित्य नाथ की सरकार है। ईंट बंदूक पत्थर का जवाब कानून कड़ाई से देगा। यही नहीं 1978 के दोषियों को भी नहीं बख्शा जाएगा। कानून का सामना सबको करना पड़ेगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप शुक्ला

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