बीएचयू का आकर्षण विदेशी छात्रों में भी, 312 छात्रों ने लिया प्रवेश,नेपाल के छात्र अधिक

बीएचयू का आकर्षण विदेशी छात्रों में भी, 312 छात्रों ने लिया प्रवेश,नेपाल के छात्र अधिक
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बीएचयू का आकर्षण विदेशी छात्रों में भी, 312 छात्रों ने लिया प्रवेश,नेपाल के छात्र अधिक


वाराणसी, 22 नवम्बर (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में अध्ययन का क्रेज विदेशी छात्रोें में भी बढ़ रहा है। विश्वविद्यालय में इस शैक्षणिक सत्र में 30 देशों के 312 अंतरराष्ट्रीय छात्र और छात्राओं ने प्रवेश लिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन का दावा है कि ऐसा पहली बार है कि जब विदेशी छात्रों के प्रवेश का आंकड़ा 300 के पार पहुंच गया है। 312 विदेशी छात्रों में सबसे अधिक नेपाल के छात्र है। नेपाल के 155 छात्रों ने विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठयक्रमों में प्रवेश लिया है।

बुधवार को विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क कार्यालय ने ये जानकारी दी। कार्यालय के अनुसार फिलहाल, विश्वविद्यालय में 49 देशों के 734 छात्र और छात्रा पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें 172 छात्रों ने स्नातक कार्यक्रमों में, 112 ने स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए, जबकि 16 छात्रों ने पीएचडी में नामांकन किया है। विश्वविद्यालय के कार्यक्रम. 12 छात्रों ने सर्टिफिकेट या डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश लिया है। नए छात्रों में 253 स्व-वित्तपोषित श्रेणी में हैं, जबकि 49 आईसीसीआर प्रायोजित उम्मीदवार हैं। 4 छात्रों ने ईडीसीआईएल के माध्यम से प्रवेश प्राप्त किया है, जबकि 6 को स्टडी इन इंडिया कार्यक्रम द्वारा सुविधा प्रदान की गई है। बांग्लादेश से 85, श्रीलंका से 11 और म्यांमार से 10 छात्र-छात्राएं बीएचयू में अध्ययन कर रहे है। विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार इतनी विदेशी छात्रों की संख्या देखी जा रही है। इनके रहने के लिए कैंपस में 600 बेड का मॉडर्न फैसिलिटी वाला हॉस्टल भी है, जिसे बढ़ाकर अब 1000 स्टूडेंट्स कैपेसिटी का किया जा रहा है। इसमें 600 मेल और 400 फीमेल छात्राओं का फ्लैट होगा। कुलपति प्रो.सुधीर कुमार जैन ने कहा कि बीएचयू परिसर में छात्र सुविधाओं को बढ़ाने पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। “हम अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए छात्रावास में वृद्धि करने में सक्षम हैं। अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए छात्रवृत्ति भी बीएचयू की अंतरराष्ट्रीय पहुंच में मदद कर रही है

विवि के इंटरनेशनल सेंटर के समन्वयक प्रो. एस. वी. एस. राजू ने बताया कि इस वर्ष विश्वविद्यालय ने भारत सरकार की एडसीआईएल और एसआईआई पहल के साथ एक समझौता किया है। इससे बीएचयू की प्रवेश प्रक्रिया में विदेशी नागरिकों की अधिक भागीदारी की सुविधा मिल रही है। नई शिक्षा नीति 2020 भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों के अंतर्राष्ट्रीयकरण पर अधिक जोर देती है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने एनईपी 2020 के उद्देश्यों के अनुरूप कई उपाय किए हैं, जिसके परिणामस्वरूप अंतरराष्ट्रीय छात्रों का नामांकन बढ़ा है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/पदुम नारायण

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