बैरिस्टर नरेन्द्रजीत सिंह ने सम्पूर्ण जीवन समाज सेवा व शिक्षा जगत को किया समर्पित: दयाशंकर सिंह
कानपुर, 24 नवंबर (हि.स.)। श्रद्धेय बैरिस्टर नरेन्द्रजीत सिंह अपना सम्पूर्ण जीवन समाज सेवा व शिक्षा जगत को समर्पित कर दिया। वह सादगी के ऐसे प्रतीक थे कि संघ के शिविरों में वह एक सामान्य व्यक्ति की तरह कार्य करते थे। यह बात रविवार देर शाम को श्रद्धेय बैरिस्टर नरेन्द्रजीत सिंह के इकतीसवाँ स्मृति समारोह पुनर्नवा के तहत बी. एन. एस. डी. शिक्षा निकेतन इण्टर काॅलेज बेनाझाबर में उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कही।
उन्होंने कहा कि वह कभी संघ के विचारों और अपने सिद्धांतों से समझोता नहीं किया। वर्तमान समय में भी उनके द्वारा निर्मित कार्यकर्ता पूरे देश में राष्ट्रवाद, समाजसेवा व संस्कारों की अलख जगा रहें है। एक संस्कारदात्री संस्था के रूप में आज इस विद्यालय की चर्चा पूरे देश में हो रही है।
मंत्री ने कहा कि जिस प्रकार किसी वाहन में ड्राइविंग सीट और ड्राइवर उस वाहन के महत्वपूर्ण घटक होते हैं, उसी प्रकार विद्यालय और विद्यार्थी किसी भी समाज व राष्ट्र के सबसे महत्वपूर्ण घटक होते हैं, क्योंकि आने वाले समाज और भावी राष्ट्र की बागडोर वर्तमान विद्यालयों और उनमें गढे़ जाने वाले चरित्रों के हाथों में है। आने वाले समय में हमारा समाज व हमारा राष्ट्र वैसा ही होगा जैसे आज के विद्यार्थी होंगे। ऐसे विद्यार्थियों के निर्माण की जिम्मेदारी अभिभावकों एवं अध्यापकों की है। मुख्य अतिथि ने विद्यालय के पूर्व छात्रों, अध्ययनरत प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया।
अतिथि परिचय विद्यालय के सह प्रबन्धक श्याम अरोड़ा ने कराया। समारोह की अध्यक्षता यू. पी. बार काउन्सिल के पूर्व चेयरमैन एवं विद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष पं. रमाकान्त मिश्र ने की। विद्यालय के प्रबन्धक एवं वरिष्ठ अधिवक्ता आदित्य शंकर बाजपेयी ने विद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। विद्यालय प्रबन्ध समिति के उपाध्यक्ष बी. के. लाहोटी ने आभार प्रदर्शन किया, मुख्य अतिथि एवं मंचासीन लोगों का स्वागत विद्यालय की उप प्रधानाचार्या मंजूबाला श्रीवास्तव ने कराया। कार्यक्रम का संचालन बहन कनिष, बहन ऋत्विका, बहन उन्नति, बहन राशि, बहन उत्तरा,बहन राशि, बहन चित्रांशी ने किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश वन्दना से हुआ। कक्षा अष्टम, नवम एवं एकादश के छात्र-छात्राओं ने “शिव वन्दना“, कक्षा प्रथम, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ के नन्हें -मुन्ने बच्चों ने बाल नृत्य “ओल्ड इज गोल्ड“ की मनमोहक प्रस्तुति से दर्शको को आनंदित कर दिया। छात्राओं ने शौर्यगाथा, वीरता एवं ओज से परिपूर्ण नृत्यनाटिका में “नारी शक्ति“ का प्रस्तुतीकरण, कक्षा सप्तम, अष्टम एवं दशम की छात्राओं ने “सोलह संस्कार“, कक्षा एकादश की छात्राओं ने “गिद्दा“ एवं कक्षा षष्ठ, नवम एवं एकादश के छात्र-छात्राओं ने “अतुल्य भारत“ आदि कार्यक्रमों को प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर विद्यालय के पूर्व छात्र प्रिंस दीक्षित ने “ऐसा केसरिया भारत“ एवं पूर्व छात्रा आकृति त्रिपाठी ने “दिल है छोटा सा..“ की सुमधुर प्रस्तुति से सभी दर्शर्कों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर उप परिवहन आयुक्त आर. आर. सोनी , एवं आर.टी.ओ. कानपुर आर. के. सिंह एवं आर. टी.ओ. प्रवर्तन विदिशा सिंह , प्रान्त प्रचारक श्रीराम सिंह, शरद कृष्ण पाण्डेय, सुरेन्द्र कक्कड़, नीतू सिंह, प्रान्त संघचालक भवानी भीख तिवारी, डाॅ हरिभाऊ खांडेकर, विभाग प्रचारक बैरिस्टर , संजीव पाठक, रोचना विश्नोई, डाॅ. सरस्वती अग्रवाल, डाॅ. अवध दुबे, विद्यालय के प्रधानाचार्य बृजमोहन कुमार सिंह एवं अन्य कई विद्यालयों के प्रधानाचार्य, शिक्षक, अभिभावक, गणमान्य नागरिक प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल
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